नेशनल डेस्क। भगवान बिरसा मुंडा के परपोते मंगल मुंडा का गुरुवार रात इलाज के दौरान निधन हो गया। वे 25 नवंबर को एक सड़क दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल हो गए थे। इसके बाद उन्हें रांची के रिम्स अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। उनके निधन से राजनीतिक और सामाजिक जगत में शोक की लहर दौड़ गई है।
इलाज में लापरवाही के आरोप
मंगल मुंडा के परिवार ने रिम्स प्रशासन पर इलाज में लापरवाही का आरोप लगाया है। परिजनों के अनुसार, सड़क हादसे में घायल होने के बाद उन्हें रिम्स ले जाया गया था। तब अस्पताल प्रशासन ने बेड खाली न होने की बात कहकर उन्हें एडमिट नहीं किया।
मंगल मुंडा के भाई जंगल सिंह मुंडा ने बताया कि 25 नवंबर की रात 10 बजे वे रिम्स पहुंचे थे। उन्होंने ऑक्सीजन सपोर्ट वाला बेड मांगा, लेकिन डॉक्टरों ने इमरजेंसी में भी भर्ती नहीं किया। अगले दिन सुबह पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा के हस्तक्षेप के बाद ही इलाज शुरू हुआ, लेकिन तब तक उनकी हालत गंभीर हो चुकी थी।
अस्पताल प्रशासन का पक्ष
वहीं पीआरओ डॉ राजीव रंजन ने फोन कर बताया कि बिरसा मुंडा के परिजनों की ओर से किसी तरह की न तो लिखित शिकायत की गई है और ना ही मौखिक रूप से बोला गया है। फिर भी मीडिया में आई खबरों को संज्ञान में लेते हुए रिम्स के चिकित्सा अधीक्षक ने सेंट्रल इमरजेंसी के इंचार्ज से स्थिति स्पष्ट करने को कहा था।
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने उनके निधन पर शोक व्यक्त किया है। मंगल मुंडा के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए सीएम सोरेन ने कहा, “रिम्स में इलाजरत भगवान बिरसा मुंडा के वंशज मंगल मुंडा जी के निधन की खबर से अत्यंत दुखी हूं। मरांग बुरु दिवंगत आत्मा को शांति प्रदान कर शोकाकुल परिवारजनों को दुःख की यह विकट घड़ी सहन करने की शक्ति दें।”
भगवान बिरसा मुंडा के पड़पोते मंगल मुंडा के निधन पर पीएम नरेंद्र मोदी ने भी शोक व्यक्ति किया है। पीएम मोदी ने लिखा,”भगवान बिरसा मुंडा जी के वंशज मंगल मुंडा जी के निधन से अत्यंत दुख हुआ है। उनका जाना उनके परिवार के साथ ही झारखंड के जनजातीय समाज के लिए भी अपूरणीय क्षति है। शोक की इस घड़ी में ईश्वर उनके परिजनों को संबल प्रदान करे। ओम शांति!”