टीआरपी डेस्क। टेलीकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया (TRAI) ने उपभोक्ताओं के लिए राहत भरी नई गाइडलाइन जारी की है। इसके तहत कॉलिंग और एसएमएस के लिए अलग-अलग रिचार्ज प्लान उपलब्ध होंगे। यह कदम विशेष रूप से उन 30 करोड़ उपभोक्ताओं के लिए फायदेमंद होगा, जो मुख्य रूप से कॉलिंग के लिए अपने फोन का उपयोग करते हैं। ड्यूल-सिम इस्तेमाल करने वाले ग्राहकों को भी इससे राहत मिलेगी, क्योंकि अब उन्हें डेटा प्लान्स के बिना अनावश्यक खर्च से बचने का विकल्प मिलेगा।

30 करोड़ उपभोक्ताओं को सीधा लाभ
देशभर में लगभग 30 करोड़ लोग केवल कॉलिंग और एसएमएस के लिए फोन का इस्तेमाल करते हैं। इनमें से अधिकतर उपभोक्ता ड्यूल-सिम का उपयोग करते हैं, जिन्हें हर सिम पर डेटा सहित महंगे रिचार्ज करवाने पड़ते थे। नई गाइडलाइन के तहत टेलीकॉम कंपनियों को निर्देश दिया गया है कि वे कॉलिंग और एसएमएस के लिए अलग-अलग किफायती प्लान उपलब्ध कराएं। इससे न केवल उपभोक्ताओं का खर्च घटेगा, बल्कि उन्हें अपनी आवश्यकताओं के अनुसार रिचार्ज का विकल्प भी मिलेगा।
महंगे डेटा रिचार्ज का समाधान
पिछले साल जियो, एयरटेल और वोडाफोन-आइडिया ने अपने प्लान्स की कीमतों में 25% तक की वृद्धि की थी। इसका प्रभाव उन उपभोक्ताओं पर पड़ा जो केवल कॉलिंग के लिए फोन का उपयोग करते हैं। उदाहरण के लिए, जियो का ₹239 वाला प्लान ₹299 और एयरटेल का ₹179 का प्लान ₹199 हो गया। इस समस्या को देखते हुए उपभोक्ताओं ने डेटा रहित प्लान्स की मांग की थी। नई गाइडलाइन इस मांग को पूरा करेगी।
स्पैम कॉल पर कार्रवाई
TRAI ने स्पैम कॉल और मैसेज रोकने में असफल रहने पर जियो, एयरटेल, वोडाफोन और बीएसएनएल जैसी कंपनियों पर ₹12 करोड़ का जुर्माना लगाया है। इससे पहले भी विभिन्न कंपनियों पर कुल ₹141 करोड़ का जुर्माना लगाया जा चुका है। ट्राई ने अब दूरसंचार विभाग (DoT) से इस जुर्माने की वसूली सुनिश्चित करने का अनुरोध किया है।
नए नियमों को लेकर टेलीकॉम कंपनियों की चिंता
1 नवंबर से लागू नए नियमों के तहत बैंकों, ई-कॉमर्स और अन्य संस्थानों द्वारा भेजे जाने वाले ट्रांजेक्शनल और सर्विस मैसेज को ट्रेस करना अनिवार्य कर दिया गया है। हालांकि, टेलीकॉम कंपनियां इसे लागू करने के लिए अतिरिक्त समय मांग रही हैं। उनका कहना है कि इस बदलाव से ओटीपी और अन्य जरूरी संदेशों की डिलीवरी प्रभावित हो सकती है।