रायपुर। राजधानी रायपुर के साइंस कॉलेज मैदान में 3 दिवसीय युवा महोत्सव का आयोजन राज्य शासन द्वारा किया जा रहा है। इसके समापन के अवसर पर कवि सम्मलेन का आयोजन रखा गया है जिसमें विख्यात कवि कुमार विश्वास के आलावा कुछ अन्य राज्यों के युवा कवि शिरकत करेंगे, मगर आश्चर्य की बात यह है कि छत्तीसगढ़ में हो रहे इस कार्यक्रम के मंच पर छत्तीसगढ़ का एक भी युवा कवि नहीं होगा। इसकी वजह जानने के बाद आलोचनाओं का दौर शुरू हो गया है। वहीं कवि कुमार विश्वास के बहिष्कार के साथ ही इस कवि सम्मलेन को निरस्त करने को लेकर हैश टैग चलने लगा है।

छत्तीसगढ़ राज्य युवा महोत्सव के आयोजन को लेकर यहां के युवाओं में काफी उत्साह देखने को मिल रहा है। इस 3 दिवसीय आयोजन में विभिन्न प्रकार के कार्यक्रम रखे गए हैं। तीसरे दिन यानि 14 जनवरी को रात 8 बजे से युवा कवि सम्मलेन का आयोजन है। इसमें प्रमुख कवियों में कुमार विश्वास शिरकत कर रहे हैं, जिन्हें आमंत्रण कार्ड में ‘युग कवि’ संबोधित किया गया है। उनके अलावा युवा कवि रोहित शर्मा, कुशल कुशलेन्द्र, मनु वैशाली और साक्षी तिवारी हिस्सा ले रहे हैं। ये सभी युवा साहित्यकार अन्य राज्यों से हैं। मगर छत्तीसगढ़ के युवाओं को लेकर आयोजित युवा महोत्सव के इस मंच पर छत्तीसगढ़ का कोई युवा कवि मौजूद नहीं रहेगा। यह जानकर स्थानीय युवा आश्चर्य में हैं और उन्हें आयोजकों पर गुस्सा भी आ रहा है।

कार्यक्रम के बहिष्कार की चलने लगी मुहिम

दरअसल इस कवि सम्मलेन में प्रदेश से किसी भी युवा कवि को शामिल नहीं करने से नाराज साहित्यकारों और युवाओं ने इस कार्यक्रम को निरस्त करने की मुहिम शुरू कर दी है। कवि कुमार विश्वास के बहिष्कार का भी हैश टैग भी चलाया जा रहा है।

इस संबंध में सूत्रों ने TRP न्यूज़ को बताया है कि दरअसल कुमार विश्वास ने इस कार्यक्रम के लिए यह शर्त रख दी कि इसमें छत्तीसगढ़ का कोई भी कवि मंच पर नहीं होगा। यह बात जब आम हुई तब से विरोध के स्वर उठने लगे।

वरिष्ठ साहित्यकार ने उठाया मुद्दा

प्रदेश के वरिष्ठ और ख्यातिनाम साहित्यकार गिरीश पंकज ने यह मुद्दा उठाते हुए सोशल मीडिया पर एक पोस्ट डाला है, जिसमें उन्होंने लिखा है कि “प्रदेश सरकार द्वारा प्रदेश के युवाओं के लिए आयोजित इस कार्यक्रम का दुःखद पहलू यह है कि इसमें प्रदेश के किसी भी युवा कवि/कवयित्री को स्थान नहीं मिला।” उन्होंने प्रदेश की युवा प्रतिभाओं का जिक्र करते हुए आखिर में लिखा है कि “युवा महोत्सव में उनको न बुला कर बाहर से कुछ कवियों को बुलाना स्थानीय प्रतिभाओं का अपमान है. सरकार को ऐसा अन्याय नहीं करना चाहिए. आंगन की तुलसी को पानी देने की परंपरा परम्परा बनाएं रखें. बाहर के धंधेबाज तो आते ही रहते हैं. हमारे यहां की काव्य प्रतिभाएं कब सम्मानित होंगी. आश्चर्य कि किस बुद्धिमान के सुझाव पर यह दुर्भाग्यपूर्ण निर्णय लिया गया. अरे, चार बाहर के युवा कवियों के साथ कम से कम दो युवा कवियों को तो मौका दिया ही जा सकता था.”

साहित्यकार गिरीश पंकज के इस पोस्ट को टैग करते हुए युवा साहित्यकार और पत्रकार वैभव बेमतरिहा ने युवा उत्सव के सरकारी आयोजन में छत्तीसगढ़ के कवियों की अनदेखी को छत्तीसगढ़ी समाज का अपमान बताया है। वैभव ने छत्तीसगढ़ी भाषा में इसका उल्लेख करते हुए लिखा है कि कुमार ने छत्तीसगढ़ से किसी कवि को रखने से मना किया है, और अगर मना किया है तो सरकार ने मान कैसे लिया ? वैभव ने भी कुमार विश्वास का बहिष्कार करने को लेकर हैश टैग किया है और कवी सम्मलेन रद्द करने की मांग सरकार से की है।