टीआरपी डेस्क। केंद्र सरकार ने 76वें गणतंत्र दिवस (Republic Day) की पूर्व संध्या पर पद्म पुरस्कार 2025 की घोषणा की है। इस बार के पद्म पुरस्कारों में कई चौंकाने वाले नाम शामिल हैं, जिनमें कुवैत की योगा ट्रेनर, सेब सम्राट हरिमान शर्मा, ब्राजील के वेदांत गुरु जोनास मसेटी और भीमसिंह भावेश जैसे कई अज्ञात और अद्वितीय व्यक्तित्व शामिल हैं। इस लिस्ट में दिल्ली की डॉक्टर नीरजा भटला, एथलीट हरविंदर सिंह, छत्तीसगढ़ के पंडी राम मंडावी और अन्य प्रमुख नाम भी शामिल हैं।

पद्म पुरस्कार 2025 की लिस्ट में भक्ति गायक भेरू सिंह चौहान, पत्रकार भीम सिंह भावेश, उपन्यासकार जगदीश जोशीला, सर्वाइकल कैंसर के प्रति जागरूकता फैलाने वाली नीरजा भाटला और कुवैत की योग चिकित्सक शेखा ए जे अल सबा भी पद्म श्री पुरस्कार पाने वालों में शामिल हैं।

इन महान व्यक्तित्वों को मिलेगा सम्मान:

जगदीश जोशीला: साहित्य एवं शिक्षा (निमाड़ी), मध्य प्रदेश।
जोनास मसेटी: आध्यात्मिकता, ब्राजील के वेदांत गुरु।
पी. दत्चनमूर्ति: कला (संगीत), थाविल, पुडुचेरी।
नीरजा भाटला: मेडिसिन (स्त्री रोग), दिल्ली।
शेखा ए जे अल सबा: चिकित्सा (योग), कुवैत।
ह्यूग और कोलीन गैंट्ज़र: साहित्य और शिक्षा, यात्रा, उत्तराखंड।
हरिमन शर्मा: कृषि, सेब, हिमाचल प्रदेश।
नरेन गुरुंग: कला-गायन (लोक-नेपाली), सिक्किम।
हरविंदर सिंह: खेल (दिव्यांग), तीरंदाजी, हरियाणा।
विलास डांगरे: चिकित्सा, होम्योपैथी, महाराष्ट्र।
भेरू सिंह चौहान: कला (गायन) निर्गुण, मध्य प्रदेश।
इसके अलावा, विलास डांगरे, वेंकप्पा अंबाजी सुगातेकर, हरिमन शर्मा, जुमदे योमगाम गामलिन, नरेन गुरुंग और जगदीश जोशीला जैसे अन्य मशहूर व्यक्तित्वों को भी पद्म श्री से सम्मानित किया जाएगा।

पद्म पुरस्कारों की घोषणा:
पद्म पुरस्कार भारत के सर्वोच्च नागरिक सम्मानों में से एक माने जाते हैं, जो कला, समाज सेवा, सार्वजनिक मामले, विज्ञान, इंजीनियरिंग, व्यापार, उद्योग, चिकित्सा, साहित्य, शिक्षा, खेल और सिविल सेवा जैसे क्षेत्रों में उल्लेखनीय योगदान देने वालों को प्रदान किए जाते हैं। यह पुरस्कार हर साल गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर घोषित किए जाते हैं।

पंडी राम मंडावी को पद्मश्री:
इस बार छत्तीसगढ़ के नारायणपुर जिले के गोंड मुरिया जनजाति के कलाकार पंडी राम मंडावी को भी पद्मश्री पुरस्कार मिलने जा रहा है। उन्हें पारंपरिक वाद्ययंत्र निर्माण और लकड़ी की शिल्पकला के क्षेत्र में उनके योगदान के लिए यह सम्मान दिया जाएगा। पंडी राम मंडावी, जिन्होंने बांस की बस्तर बांसुरी और लकड़ी की शिल्पकृतियों के जरिए छत्तीसगढ़ की कला को वैश्विक पहचान दिलाई, 12 साल की उम्र से इस कला में पारंगत हुए और आज तक 8 से अधिक देशों में अपनी कला का प्रदर्शन कर चुके हैं।

राष्ट्रपति द्वारा सम्मान:
इन पुरस्कारों की घोषणा के बाद मार्च या अप्रैल में आयोजित होने वाले समारोह में भारत के राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा पद्म पुरस्कार विजेताओं को सम्मानित किया जाएगा। पद्म पुरस्कार तीन श्रेणियों – पद्म विभूषण, पद्म भूषण और पद्म श्री – में दिए जाते हैं।