दुर्ग। छत्तीसगढ़ के दुर्ग से एक साइबर फ्रॉड सामने आया है, जहां ठगों ने खुद को आईपीएस अधिकारी बताकर जिला न्यायालय में प्रैक्टिस करने वाली महिला वकील फरीहा अमीन कुरैशी से 41 लाख रुपये ठग लिए। इस मामले में पीड़िता ने दुर्ग कोतवाली थाने में शिकायत दर्ज कराई है।

कैसे दिया वारदात को अंजाम?
महिला वकील ने बताया कि दिल्ली के रहने वाले आरोपी दीपक और सुनील कुमार गौतम ने उसे फोन करके वीडियो कॉल किया। आरोपियों ने खुद को दिल्ली पुलिस से बताया और कहा कि उन्होंने मनीलॉन्ड्रींग, ड्रग ट्रैफिकिंग और आईडेंटिटी थेफ्ट केस में एक आरोपी संदीप कुमार को गिरफ्तार किया है। आरोपियों ने बताया कि संदीप के पास से 180 संदिग्ध बैंक खाते मिले हैं, जिनमें से एक खाता फरीहा अमीन कुरैशी के नाम पर है, जो एचडीएफसी बैंक दिल्ली में खोला गया है।
साइबर ठगी का नया तरीका
ठगों ने महिला वकील को यह जानकारी दी कि उस खाते में 8.7 करोड़ रुपए जमा हैं और आरोपियों ने बताया कि सभी खाता धारकों को 10 प्रतिशत राशि देने की शर्त पर उन खातों को खोला गया था। इस झांसे में फरीहा अमीन कुरैशी आ गईं और आरोपियों ने उसे धमकाकर आरबीआई के खाते में 41 लाख रुपए ट्रांसफर करवा लिए।
यह घटना डिजिटल ठगी का एक नया रूप है, जिसमें ठगों ने महिला को कानून और पुलिस अधिकारियों का डर दिखाकर उसके बैंक खाते की जानकारी हासिल की और बड़ी रकम की ठगी की। पुलिस अब इस मामले की जांच कर रही है और आरोपियों की तलाश कर रही है।