बस्तर। बस्तर के फरसेगढ़ थाना क्षेत्र में स्थित नेशनल पार्क के बड़े काकलेड और अन्नापुर के जंगलों में सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच हुई भीषण मुठभेड़ में 31 नक्सली मारे गए। सोमवार को बस्तर आईजी सुंदरराज पी. और बीजापुर एसपी जितेंद्र कुमार यादव ने प्रेसवार्ता कर बताया कि मारे गए नक्सलियों में से 5 की पहचान हो चुकी है, जिन पर कुल 25 लाख रुपये का इनाम घोषित था।

आईजी सुंदरराज पी., एसपी जितेंद कुमार यादव ने नक्सल विरोधी अभियान संचालित किये जाने के परिणाम स्वरूप पिछले 40 दिनों में 65 हार्डकोर माओवादियों के शव बरामद किए गए। उन्होंने बताया कि रविवार को नेशनल पार्क क्षेत्र में जिन 11 महिला व 20 पुरुष माओवादियों को मार गिराया गया है। उनमें से 5 माओवादियों की शिनाख्त की गई है। जिन नक्सलियों की पहचान हुई है। उनमें 8 लाख के डीव्हीसीएम वेस्ट बस्तर डिवीजन हुंगा हेमला, 5 लाख के ईनामी पीपीसीएम प्लाटून नम्बर 11 कमाण्डर मंगू हेमला निवासी सावनार, 5 लाख के इनामी एसीएम नेशनल पार्क एरिया कमेटी सुभाष ओयाम, 5 लाख के इनामी एसीएम गंगलूर एरिया कमेटी सन्नू, व 2 लाख के ईनामी नेशनल पार्क एरिया पार्टी सदस्य रमेश शामिल हैं। वही अन्य 26 नक्सलियों की पहचान की कार्यवाही की जा रही है। उन्होंने आगे बताया कि मुठभेड़ के बाद घटनास्थल से मिले ऑटोमेटिक हथियारों में 1 एके 47 रायफल, 3 मैगजीन, 56 कारतूस, 1 एसएलआर रायफल, 2 मैगजीन, 6 कारतूस, 1 इंसास रायफल, 1 मैगजीन, 1 नग 303 रायफल, 1 मैगजीन 2 कारतूस, 1 नग 315 बोर रायफल, 30 नग कारतूस, 12 बोर गन 8 नग, 1 नग बीजीएल रॉकेट लांचर बड़ा मय स्टैंड , 4 नग बीजीएल सेल, 6 नग बीजीएल लांचर, 14 नग सेल, 4 नग मोजल लोडिंग रायफल,9 नग आईईडी तथा लेजर प्रिंटर, भारी मात्रा में विस्फोटक सामग्री, माओवादी वर्दी, माओवादी साहित्य, दवाइयां व दैनिक उपयोग की सामग्री बरामद की गई है।

पुलिस महानिरीक्षक बस्तर रेंज सुन्दरराज पी. कहा कि वर्ष 2024 में नक्सल विरोधी अभियान में प्राप्त बढ़त को आगे बरकरार रखते हुये, वर्ष 2025 में भी बस्तर संभाग अंतर्गत सुरक्षा बलों द्वारा प्रभावी रूप से प्रतिबंधित एवं गैर कानूनी सीपीआई माओवादी संगठन के विरूद्ध नक्सल विरोधी अभियान संचालित किये जाने के परिणाम स्वरूप विगत 40 दिनों में कुल 65 हार्डकोर माओवादियों के शव बरामद किये गये द्यसरकार के मंशा के अनुसार और जनता की इच्छा के अनुसार पुलिस मुख्यालय के मार्गदर्शन में बस्तर रेंज में तैनात डीआरजी, एसटीएफ,कोबरा,सीआरपीएफ, बीएसएफ,आइटीबीपी, सीएएफ व बस्तर फाइटर के जवानों द्वारा मजबूत मनोबल एवं स्पष्ट लक्ष्य के साथ बस्तर क्षेत्र की शांति, सुरक्षा व विकास के लिए समर्पित होकर कार्य किया जा रहा है। शहीद जवानों का बलिदान हमारे संकल्प के लिए प्रेरणा होगा।

शहीद जवानों को दी गई श्रद्धांजलि

ववहीं इस मुठभेड़ में सुरक्षा बलों के दो जवान भी शहीद हो गए। डीआरजी के नरेश ध्रुव और एसटीएफ के वसित रावटे ने वीरगति प्राप्त की। उनके पार्थिव शरीर को हेलीकॉप्टर से बीजापुर लाया गया, जहां न्यू पुलिस लाइन में श्रद्धांजलि सभा आयोजित की गई।

इस दौरान नम आँखों से जवानों को अंतिम विदाई दी गई। इसके बाद शहीदों के पार्थिव शरीर को पूरे सम्मान के साथ हेलीकॉप्टर के माध्यम से उनके गृह ग्राम के लिए रवाना कर दिया गया।

डीजीपी बोले – बस्तर में नक्सलियों का खात्मा तय

श्रद्धांजलि सभा के बाद यहां पहुंचे डीजीपी अरुण देव गौतम ने शहीद जवानों के बलिदान को नमन करते हुए कहा कि अब बस्तर में नक्सलियों के छुपने के लिए कोई महफूज ठिकाना नहीं बचा है। उन्होंने यह भी कहा कि सुरक्षाबलों की रणनीति और स्थानीय सहयोग से नक्सलवाद को खत्म करने की दिशा में बड़े कदम उठाए जा रहे हैं।

इस श्रद्धांजलि सभा में शहीद जवानों के परिजन भी शामिल हुए। डीजीपी गौतम ने उन्हें ढांढस बंधाया और सरकार व प्रशासन की ओर से हरसंभव मदद का भरोसा दिलाया।

नेताओं और अफसरों की मौजूदगी

इस कार्यक्रम में बस्तर आईजी पी. सुंदरराज, बीजापुर एसपी जितेंद्र यादव, पूर्व मंत्री महेश गागड़ा और विधायक विक्रम मंडावी भी मौजूद रहे। सभी ने शहीदों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की और उनकी कुर्बानी को सलाम किया।