टीआरपी डेस्क। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नए राष्ट्रीय अध्यक्ष के चयन की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। पार्टी ने प्रदेश अध्यक्षों और राष्ट्रीय परिषद सदस्यों के चुनाव के लिए चुनाव अधिकारियों की नियुक्ति की है, जिसमें कई केंद्रीय मंत्रियों और वरिष्ठ नेताओं को जिम्मेदारियां सौंपी गई हैं।

भाजपा के संविधान के अनुसार, राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव तभी संभव है जब कम से कम 50% राज्यों में संगठनात्मक चुनाव संपन्न हो चुके हों। पार्टी ने 15 जनवरी 2025 तक प्रदेश अध्यक्षों और राष्ट्रीय परिषद सदस्यों के चुनाव की समय सीमा निर्धारित की है। इन चुनावों के पूर्ण होने के बाद, राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव की प्रक्रिया शुरू होगी।

ये हैं संभावित उम्मीदवार

नए राष्ट्रीय अध्यक्ष के पद के लिए कई वरिष्ठ नेताओं के नाम चर्चा में हैं। इनमें केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान, भूपेंद्र यादव, और पार्टी महासचिव विनोद तावड़े प्रमुख हैं। धर्मेंद्र प्रधान ओडिशा से हैं, भूपेंद्र यादव राजस्थान से, और विनोद तावड़े महाराष्ट्र से आते हैं। तीनों ही नेताओं को पार्टी के शीर्ष नेतृत्व के करीबी माना जाता है।

चुनाव की समय-सीमा

प्रदेश अध्यक्षों के चुनाव की प्रक्रिया 15 जनवरी 2025 तक पूरी होने की उम्मीद है। इसके बाद, राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव की प्रक्रिया शुरू होगी, और संभावना है कि फरवरी 2025 के अंत तक नए राष्ट्रीय अध्यक्ष की घोषणा हो जाएगी।

भाजपा के संविधान के अनुसार, राष्ट्रीय अध्यक्ष का कार्यकाल तीन वर्ष का होता है, और एक व्यक्ति लगातार दो कार्यकाल तक इस पद पर रह सकता है। वर्तमान अध्यक्ष जेपी नड्डा का कार्यकाल जनवरी 2024 में समाप्त हो चुका है, जिसे आगामी लोकसभा चुनावों के मद्देनजर जून 2024 तक बढ़ाया गया था। अब पार्टी नए अध्यक्ष के चयन की प्रक्रिया में है।

नए राष्ट्रीय अध्यक्ष का चयन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के प्रमुख मोहन भागवत की सहमति से होगा। पार्टी की परंपरा के अनुसार, राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव आम सहमति से होता है, जिसमें एक ही उम्मीदवार नामांकन करता है, और उसे निर्विरोध चुना जाता है।