रायपुर। छत्तीसगढ़ में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव 2025 के दौरान चुनावी कार्य में लापरवाही बरतने वालों पर कड़ी कार्रवाई जारी है। चुनाव सामग्री वितरण केंद्र पर शराब पीने के आरोप में चार शिक्षकों को निलंबित कर दिया गया है। कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी डी. राहुल वेंकट ने मामले को गंभीरता से लेते हुए तत्काल प्रभाव से निलंबन का आदेश जारी किया।

घटना की पुष्टि सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, मनेन्द्रगढ़ के सहायक चिकित्सा अधिकारी द्वारा की गई। जांच में यह पाया गया कि अशोक कुमार सिंह, सहायक शिक्षक, शासकीय प्राथमिक शाला, हरकाटनपारा, राकेश कुमार पाण्डेय, शिक्षक, शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला, भूभका, अभय कुमार कुजूर, सहायक शिक्षक, शासकीय प्राथमिक शाला, चुक्तीपानी और सुनील टोप्पो, शिक्षक, माध्यमिक शाला, बौरीडांड चुनावी ड्यूटी के दौरान शराब के नशे में पाए गए, जो कि सिविल सेवा आचरण नियम 1965 के नियम 3 एवं 23 के पूर्णतः विपरीत है। इसे चुनावी कार्य में घोर लापरवाही, उदासीनता और गंभीर कदाचार माना गया, जिसके चलते छत्तीसगढ़ सिविल सेवा (वर्गीकरण, नियंत्रण एवं अपील) नियम 1966 के नियम 9 के तहत इन चारों शिक्षकों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया।
निलंबन अवधि के दौरान इनका मुख्यालय ‘विकासखंड शिक्षा अधिकारी, भरतपुर’ निर्धारित किया गया है। कलेक्टर डी. राहुल वेंकट ने स्पष्ट किया है कि चुनावी कार्यों में किसी भी प्रकार की लापरवाही या अनुशासनहीनता बर्दाश्त नहीं की जाएगी और भविष्य में ऐसी घटनाओं पर और कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
वहीं छत्तीसगढ़ के जशपुर जिले में निर्वाचन कार्य में लापरवाही बरतने वाले 3 कर्मचारियों को निलंबित कर दिया गया है। प्रधान पाठक जुनस खलखो और व्याख्याता गणेश कुमार मंडल शराब के नशे में धुत पाए गए।
बता दें पटवारी विजय कुमार श्रीवास्तव ड्यूटी के दौरान नदारद थे। तीनों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए जिला निर्वाचन अधिकारी रोहित व्यास ने उन्हें निलंबित कर दिया।

