टीआरपी डेस्क। अडानी ग्रुप ने वित्त वर्ष 2023-24 में कुल ₹58,104 करोड़ का टैक्स भरा है, जो पिछले वित्त वर्ष 2022-23 के ₹46,610 करोड़ की तुलना में 25% अधिक है। ग्रुप ने यह जानकारी अपनी टैक्स ट्रांसपेरेंसी रिपोर्ट के जरिए साझा की है, जिसका उद्देश्य निवेशकों और शेयरधारकों का विश्वास मजबूत करना है।

इन कंपनियों ने दी सबसे ज्यादा टैक्स हिस्सेदारी

रिपोर्ट के मुताबिक, अडानी ग्रुप की 7 प्रमुख कंपनियों ने सरकार को दिए गए कुल टैक्स में सबसे बड़ी हिस्सेदारी निभाई है।

  1. अडानी एंटरप्राइजेज
  2. अडानी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक ज़ोन
  3. अडानी ग्रीन एनर्जी
  4. अडानी एनर्जी सॉल्यूशंस
  5. अडानी पावर
  6. अडानी टोटल गैस
  7. अंबुजा सीमेंट्स

गौतम अडानी का बयान

अडानी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अडानी ने कहा कि टैक्स ट्रांसपेरेंसी रिपोर्ट जारी करने का मुख्य उद्देश्य निवेशकों और शेयरधारकों में भरोसा बनाए रखना है।

अमेरिका में धोखाधड़ी के आरोपों के बीच रिपोर्ट जारी

अडानी ग्रुप पिछले कुछ समय से अमेरिकी शॉर्ट सेलर हिंडनबर्ग और धोखाधड़ी के आरोपों के कारण विवादों में रहा है। इन आरोपों के चलते गौतम अडानी की नेटवर्थ में ₹1 लाख करोड़ से अधिक की गिरावट आई है।

पिछले साल अमेरिका में अडानी समेत 8 लोगों पर अरबों रुपये की धोखाधड़ी का आरोप लगाया गया था। चार्जशीट के अनुसार, अडानी ग्रुप पर भारत में अवैध रूप से अक्षय ऊर्जा परियोजनाओं के अधिग्रहण का आरोप लगा था। इसके लिए अडानी ग्रुप द्वारा $250 मिलियन (करीब ₹2,029 करोड़) की रिश्वत देने की बात कही गई थी।

इसके अलावा, आरोपियों पर अमेरिकी निवेशकों और बैंकों को गुमराह कर धन जुटाने का भी आरोप है। यह मामला अडानी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड और एक अन्य फर्म से जुड़ा हुआ था, जिसे 24 अक्टूबर 2024 को न्यूयॉर्क की फेडरल कोर्ट में दर्ज किया गया था।