रायपुर। Chhattisgarh Legislative Assembly: विधानसभा में प्रश्नकाल के दौरान दूसरे दिन मंगलवार को भारतमाला परियोजना में मुआवजा का मुद्दा नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास महंत ने सदन में उठाया। नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास महंत ने इसको लेकर प्रश्न लगाया था, लेकिन आज जब प्रश्नकाल में उसका उत्तर नहीं आया तो नेता प्रतिपक्ष ने इस पर आपत्ति की। कहा कि इतने दिन पहले प्रश्न लगाने के बावजूद उत्तर नहीं आया है। इसका मतलब है कि कुछ छिपाया जा रहा है या विभाग बताना ही नहीं चाहता है।

इस पर विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने व्यवस्था दी कि अगली बार प्रश्नकाल में जब भी राजस्व विभाग के सवाल रखे जाएंगे तब यह प्रश्न पहले नंबर पर रहेगा। इसके साथ ही डॉ. रमन ने मंत्री से कहा कि वे प्रश्नकर्ता नेता प्रतिपक्ष को उत्तर जल्द से जल्द भेजवा दें ताकि वे पढ़ लें और सदन में प्रश्न कर सकें। इसके साथ ही यह प्रश्न अगले प्रश्नकाल के लिए स्थानांतरित कर दिया गया।
डॉ. महंत ने अपने प्रश्न में भारतमाला परियोजना हेतु जिला रायपुर, बिलासपुर एवं कोरबा में अर्जित निजी, शासकीय एवं वनभूमि के भू-स्वामी का नाम, खसरा नंबर, रकबा, सिंचित, असिंचित सहित तहसीलवार विवरण मांगा था। साथ ही उन्होंने मुआवजा की दर और तीनों प्रकार की भूमि में पेड़ों की कटाई को लेकर भी सवाल किया था। डॉ. महंत ने यह भी पूछा था कि कितने भू-स्वामियों और शासकीय भूमि का मुआवजा वितरण कर दिया गया है?
डॉ. महंत ने पूछा कि कितना वितरण किया जाना शेष है? वितरण में विलम्ब का कारण क्या है ? क्या रायपुर जिले के ग्राम नायक बांधा में किसानों के 32 खाते को 247 छोटे-छोटे टुकड़ों में विभाजित कर मुआवजा का निर्धारण एवं वितरण किया गया है? कलेक्टर रायपुर द्वारा संस्थित जांच का निष्कर्ष तथा लोक सेवकों के विरूद्ध कार्यवाही का विवरण क्या है। कार्य एजेंसी का नाम, पता, अनुबंध की तिथि, लागत राशि तथा कार्य पूर्णता अवधि की भी जाकनारी उन्होंने मांगी थी।