चंडीगढ़। सीएम नायब सिंह सैनी ने हरियाणा बोर्ड परीक्षा पेपर लीक मामले में 4 डीएसपी समेत 25 पुलिसकर्मियों को सस्पेंड किया है। 5 निरीक्षकों के खिलाफ FIR भी दर्ज की गई है।

हरियाणा बोर्ड परीक्षा के बैक-टू-बैक पेपर लीक के मामले नकल विहीन परीक्षा के दावों को पोल खोल रहे हैं। गुरुवार को हरियाणा 12वीं अंग्रेजी का पेपर लीक होने के बाद शुक्रवार को 10वीं मैथ्स का पेपर लीक होने का मामले सामने आया। वहीं नूंह और पलवल में नकलचियों का बोलबाला दिखा। नूंह में पेपर लीक की साजिश में दो परीक्षार्थी-दो सुपरवाइजर समेत पांच लोगों पर केस दर्ज हुआ है जिसमें तीन लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है। पलवल में भी सात नकलची पकड़े गए हैं।

नूंह में लगातार दूसरे दिन पेपर लीक

नूंह जिले में हरियाणा बोर्ड परीक्षाओं के पेपर लीक की यह दूसरी घटना है, जिससे शिक्षा विभाग की व्यवस्थाओं पर सवाल खड़े हो गए हैं। शुक्रवार को पुनहाना स्थित राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में 10वीं कक्षा के गणित विषय का पेपर लीक हो गया। इससे पहले गुरुवार को 12वीं अंग्रेजी का पेपर भी टपकन सेंटर से लीक हुआ था।

दो परीक्षार्थियों पर पेपर लीक का आरोप

10वीं पेपर लीक की सूचना मिलते ही कंट्रोल रूम फरीदाबाद से संचालित एसटीएफ और उप-मंडल क्वेश्चन पेपर फ्लाइंग स्क्वाड की टीम पुन्हाना के एग्जाम सेंटर पहुंची। जांच के दौरान टीम ने पेपर लीक में दो छात्रों की मिलीभगत पाई। टीम ने सेंटर इंचार्ज को दो परीक्षार्थियों के खिलाफ केस दर्ज कराने का निर्देश दिया। साथ ही संबंधित पर्यवेक्षक को लापरवाही बरतने को लेकर एग्जाम ड्यूटी से हटा दिया है।

सीएम के आदेश पर हुआ सस्पेंशन

सीएम नायब सिंह सैनी ने बोर्ड परीक्षा के पेपर लीक मामले में बड़ा एक्‍शन लेते हुए 4 डीएसपी समेत कुल 25 पुलिसकर्मियों को सस्‍पेंड कर दिया है। दरअसल नूंह जिले में गुरुवार को टपकन गांव के परीक्षा केंद्र से हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड की 12वीं इंग्लिश पेपर लीक हो गया था। परीक्षा केंद्र से पेपर बाहर ले जाने के मामले में मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कड़ा एक्शन ले लिया है. मामले में लापरवाही बरतने के आरोप में 25 पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों को निलंबित कर दिया गया है, जिनमें 4 DSP, 3 SHO और 1 चौकी इंचार्ज शामिल हैं। सीएम सैनी ने कहा है कि परीक्षा केंद्रों के 500 मीटर के दायरे में किसी भी बाहरी व्यक्ति को न ठहरने दिया जाए।

इनके खिलाफ की गई कार्रवाई

जानकारी के अनुसार मामले में 5 निरीक्षकों (4 सरकारी, 1 निजी) के खिलाफ FIR दर्ज करने के आदेश दिए गए हैं। इसके साथ ही सभी 4 सरकारी निरीक्षकों और 2 केंद्र अधीक्षकों को निलंबित कर दिया गया है। पेपर ले जाने के आरोप में 4 बाहरी लोगों और 8 छात्रों के खिलाफ भी FIR दर्ज की गई है। मुख्यमंत्री ने कहा कि पेपर लीक नहीं हुआ है, बल्कि पेपर परीक्षा केंद्र से बाहर गया; किसी छात्र ने पेपर बाहर दिया है। मामले को गंभीरता से लेते हुए उच्च अधिकारियों के साथ बैठक कर चर्चा की गई है। उन्होंने कहा कि सरकार की साख पर सवाल नहीं उठना चाहिए। निलंबित किए गए सरकारी स्कूल के 4 निरीक्षकों में गोपाल दत्त, शौकत अली और प्रीति रानी शामिल हैं, जबकि ममता नामक निरीक्षक निजी स्कूल से है। वहीं निलंबित किए गए 2 केंद्र अधीक्षकों में संजीव कुमार और सत्यनारायण शामिल हैं।