टीआरपी डेस्क। हरियाणा कांग्रेस के प्रभारी बीके हरिप्रसाद ने राज्य में संगठन निर्माण की प्रक्रिया तेज कर दी है। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी के निर्देशों के बाद हरिप्रसाद हरियाणा दौरे पर निकलने वाले हैं।

कांग्रेस के प्रदेश सह प्रभारी जितेंद्र बघेल पहले ही राज्य का दौरा कर रहे हैं, जबकि हरिप्रसाद मंगलवार को चंडीगढ़ पहुंचेंगे। उनके दो दिवसीय दौरे के दौरान, वे कांग्रेस विधायकों और पार्टी के वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात करेंगे। हरियाणा कांग्रेस अध्यक्ष चौधरी उदयभान को उम्मीद है कि होली तक कांग्रेस को विधायक दल का नया नेता मिल सकता है।

विधानसभा में बिना नेता की स्थिति में कांग्रेस

हरिप्रसाद ऐसे समय में हरियाणा आ रहे हैं जब राज्य विधानसभा का बजट सत्र चल रहा है। कांग्रेस इस समय बिना विपक्ष के नेता के सत्र में भाग ले रही है। हालांकि, पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा विधानसभा में विपक्ष के नेता की भूमिका निभा रहे हैं, लेकिन पार्टी हाईकमान ने अभी तक उन्हें औपचारिक रूप से नेता प्रतिपक्ष घोषित नहीं किया है।

हरिप्रसाद ने दिल्ली में पार्टी के वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात के बाद अपनी रिपोर्ट कांग्रेस हाईकमान को सौंप दी है। हालांकि, अभी तक इस पर कोई अंतिम निर्णय नहीं लिया गया है। इस कारण कांग्रेस को विधानसभा में सत्ता पक्ष के उपहास का भी सामना करना पड़ रहा है।

हरियाणा में कांग्रेस संगठन को पुनर्गठित करने की योजना

हरियाणा दौरे से पहले कांग्रेस हाईकमान ने हरिप्रसाद को प्रमुख नेताओं और विधायकों से बातचीत करने का निर्देश दिया है। राहुल गांधी के आग्रह पर उनका दौरा होली के बाद के बजाय पहले ही शुरू कर दिया गया है। उनके साथ कांग्रेस के सह प्रभारी जितेंद्र बघेल और प्रफुल्ल पाटिल भी मौजूद रहेंगे।

इससे पहले, जितेंद्र बघेल ने फरीदाबाद और गुरुग्राम में कांग्रेस कार्यकर्ताओं से संवाद किया। चंडीगढ़ में हरिप्रसाद भूपेंद्र सिंह हुड्डा, कुमारी सैलजा, रणदीप सुरजेवाला, कैप्टन अजय यादव, दीपेंद्र हुड्डा, चौधरी उदयभान और अन्य प्रमुख नेताओं से मुलाकात करेंगे। उनके दौरे का मुख्य उद्देश्य पिछले 11 वर्षों से लंबित कांग्रेस संगठन के पुनर्गठन पर चर्चा करना है।

विधायक दल के नेता के चयन पर होगी चर्चा

हरिप्रसाद हरियाणा विधानसभा का बजट सत्र भी देख सकते हैं। विपक्ष के नेता पद के संभावित दावेदारों की विधानसभा में सरकार को घेरने की शैली और उनकी भूमिका का मूल्यांकन किया जाएगा। इस आधार पर, वे कांग्रेस हाईकमान को अपनी रिपोर्ट देंगे, ताकि सही निर्णय लिया जा सके।

प्रदेश अध्यक्ष उदयभान को तत्काल हटाने की योजना नहीं

फिलहाल, कांग्रेस लोकसभा, विधानसभा और शहरी निकाय चुनाव के लिए पहले से नियुक्त जिला प्रभारियों पर ही निर्भर है। कांग्रेस नेतृत्व प्रदेश अध्यक्ष चौधरी उदयभान को तुरंत बदलने के मूड में नहीं है। इससे पहले, पार्टी प्रभारी दीपक बाबरिया को स्वास्थ्य कारणों के चलते उनके पद से हटा दिया गया था।