0 ‘आप’ ने अफसरों पर भाजपा नेताओं के इशारे पर काम करने का लगाया आरोप

मुंगेली। बोदरी नगर पालिका की नवनिर्वाचित अध्यक्ष नीलम विजय वर्मा और पार्षदों ने यहां आयोजित समारोह में शपथ ग्रहण किया, लेकिन समारोह में मंच की व्यवस्था और प्रशासनिक रवैये की जमकर चर्चा रही। आम आदमी पार्टी (आप) ने आरोप लगाया कि इस पूरे आयोजन में केवल भाजपा नेताओं को महत्व दिया गया, और आप के वरिष्ठ नेताओं को मंच पर जगह तक नहीं दी गई। और तो और शपथ के बाद नगर पालिका अध्यक्ष को उनके कार्यालय के लिए कक्ष तक उपलब्ध नहीं कराया गया है।

बिलासपुर जिले के बोदरी नगर पालिका में इस चुनाव में अध्यक्ष के पद पर आम आदमी पार्टी की प्रत्याशी नीलम विजय वर्मा ने जीत हासिल की है। इसके अलावा पार्टी के 4 पार्षदों ने भी जीत हासिल की है। चुनाव में विजयी प्रत्याशियों के शपथ ग्रहण के लिए समारोह का आयोजन किया गया। गौर करने वाली बात यह रही कि शपथ ग्रहण समारोह के निमंत्रण पत्र में नव निर्वाचित अध्यक्ष नीलम विजय वर्मा का नाम तक शामिल नहीं किया गया। वहीं इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में भाजपा विधायक धरमलाल कौशिक और नेता भूपेंद्र सावन्नी को आमंत्रित किया गया, वहीं आम आदमी पार्टी के किसी भी वरिष्ठ नेता को मंच पर बैठने तक की अनुमति नहीं दी गई।
कार्यालय में कक्ष तक नहीं दिया
अमूमन निकाय चुनाव के बाद मेयर और अध्यक्ष के कार्यालय को नए तरीके से सजाया-संवारा जाता है, मगर ये क्या, शपथ ग्रहण के बाद जब नीलम विजय वर्मा पदभार ग्रहण करने के लिए नगर पालिका के कार्यालय में पहुंची तो पता चला कि उन्हें कक्ष ही नहीं दिया गया है। अधिकारियों से संपर्क करने पर बताया गया कि अगले दिन तक कक्ष उपलब्ध कराया जाएगा। इस पर नीलम वर्मा ने कहा कि जनता की सेवा करने के लिए हम कहीं भी बैठकर काम करेंगे, चाहे मंच को ही अस्थायी कार्यालय बनाना पड़े।
यहां आसान नहीं ‘आप’ की राह
इस तरह शपथ ग्रहण के आयोजन के बहाने ‘आप’ को यह अहसास करा दिया गया है कि यहां राजनीति की उनकी राह इतनी आसान नहीं है। गौरतलब है कि बोदरी का इलाका पूर्व विधानसभा अध्यक्ष और बीजेपी के कद्दावर नेता धरम लाल कौशिक के बिल्हा विधानसभा के अंतर्गत आता है, और बोदरी नगर पालिका अध्यक्ष की सीट कौशिक की प्रतिष्ठा वाली सीट है। यहां से आप प्रत्याशी का चुनाव जीतना उनके लिए बड़ा झटका माना जा रहा है। बहरहाल चुनाव के बाद से ही आप की निर्वाचित अध्यक्ष के साथ जो रवैया अपनाया जा रहा है, वह किसके इशारे पर हो रहा है, इसे भी अच्छी तरह समझा जा सकता है।