जगदलपुर। लोक निर्माण विभाग (PWD) के विद्युत यांत्रिकी डिपार्टमेंट के कार्यपालन अभियंता को दो लाख रुपये रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। अधिकारी अजय कुमार टैंभूरने ने निविदा प्रक्रिया से पहले ठेका दिलाने के एवज में ठेकेदार से दो लाख रुपए एडवांस की मांग की थी।
बार-बार रिश्वत मांगे जाने से था परेशान
रमेश कुमार यादव, जगदलपुर द्वारा एन्टी करप्शन ब्यूरो, जगदलपुर में शिकायत की गई थी कि वह लोक निर्माण विभाग में पंजीकृत ठेकेदार है। उनके द्वारा लोक निर्माण विभाग (विद्युत/यांत्रिकी) संभाग जगदलपुर में निविदा कार्यों के माध्यम से विद्युतीकरण कार्यों को पूर्ण किया गया है, जिसके कुछ देयकों के 25 प्रतिशत राशि का भुगतान प्राप्त हुआ है तथा 75 प्रतिशत राशि का भुगतान शेष है। शेष 75 प्रतिशत राशि के भुगतान के एवज् में अजय कुमार टैंभूरने, कार्यपालन अभियंता, लोक निर्माण विभाग (विद्युत/यांत्रिकी) संभाग जगदलपुर द्वारा 2 लाख रूपये रिश्वत की मांग की जा रही है। प्रार्थी द्वारा बार-बार रिश्वत राशि की मांग से प्रताड़ित होकर एसीबी कार्यालय में आवेदन प्रस्तुत किया गया।

इस मामले में ठेकेदार की शिकायत पर एंटी करप्शन ब्यूरो ने कार्यपालन अभियंता अजय कुमार को रंगे हाथ पकड़ने के लिए योजना तैयार की। इसके बाद तय समय और तारीख के हिसाब से ठेकेदार ने शुक्रवार को जगदलपुर के साकेत कॉलोनी में स्थित अभियंता के सरकारी आवास में जैसे ही उसे रकम सौंपी, एसीबी की टीम ने अभियंता को मौके पर रंगे हाथ धर दबोचा।
EE के ठिकानों पर चल रही है छापेमारी
आरोपी को गिरफ्तार कर उसके विरुद्ध धारा 7 पीसीएक्ट 1988 (संशोधित अधिनियम 2018) के प्रावधानों के तहत् कार्यवाही की जा रही है। आरोपी के रिसाली (भिलाई) एवं फाफाडीह (रायपुर) स्थित मकानों पर सर्च की कार्यवाही की जा रही है।कार्यपालन अभियंता के रिश्वत लेते पकड़े जाने के बाद लोक निर्माण विभाग में रायपुर से लेकर जगदलपुर तक हलचल मची हुई है।
सीएसपीडीसीएल का कनिष्ठ अभियंता रिश्वत लेते गिरफ्तार
घूसखोरी के इस मामले में नन्द कुमार साहू, निवासी ग्राम पाली, जिला मुंगेली द्वारा द्वारा एन्टी करप्शन ब्यूरो, बिलासपुर में शिकायत की गई थी कि वह अपने घर में बिजली कनेक्शन लगाने के लिए सीएसपीडीसीएल लोरमी में आवेदन दिया था, जिस पर सीएसपीडीसीएल लोरमी के कनिष्ठ अभियंता कृष्ण कुमार गुप्ता उसके घर गए थे और अवैध रूप से बिजली प्रयोग कर रहे हो कहते हुए उनके बिजली के तार को काट कर कार्यवाही से बचने के लिए 50,000 रुपए रिश्वत की मांग की गई, जिस पर 15,000 रुपए लेने में उसके द्वारा सहमति बनी। प्रार्थी रिश्वत नहीं देना चाहता था बल्कि आरोपी को रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़वाना चाहता था। शिकायत सत्यापन पश्चात् आज ट्रेप आयोजित कर प्रार्थी से कृष्ण कुमार गुप्ता, कनिष्ठ अभियंता को 15,000 रू. रिश्वत लेते रंगे हाथो पकड़ा गया।

आरोपी को गिरफ्तार कर उसके विरुद्ध धारा 7 पीसीएक्ट 1988 (संशोधित अधिनियम 2018) के प्रावधानों के तहत् कार्यवाही की जा रही है।