म्यूथाई खेल को नई दिशा देंगे आंजनेय शुक्ला, बने छत्तीसगढ़ म्यूथाई संघ के मानद उपाध्यक्ष

दल्लीराजहरा। अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक संघ (IOC) से मान्यता प्राप्त संस्था IFMA की भारतीय इकाई यूनाइटेड म्यू थाई एसोसिएशन इंडिया (UMAI) के तत्वावधान में आगामी 6वीं राष्ट्रीय म्यू थाई चैंपियनशिप का आयोजन 9 से 14 जून 2025 तक एम.डी. यूनिवर्सिटी, रोहतक (हरियाणा) में किया जाएगा। इसमें भाग लेने हेतु छत्तीसगढ़ राज्य की टीम के चयन के लिए 2-3 मई को दल्लीराजहरा स्थित ओपन एयर थिएटर में 24वीं राज्य स्तरीय म्यू थाई चैंपियनशिप का आयोजन हुआ।

छत्तीसगढ़ एमेच्योर म्यूथाई एसोसिएशन के तत्वावधान में जिला म्यू थाई संघ बालोद व राजहरा मार्शल आर्ट्स क्लब द्वारा आयोजित इस प्रतियोगिता में रायपुर ने 36 स्वर्ण पदक जीतकर ओवरऑल चैंपियनशिप अपने नाम की। बालोद द्वितीय, बस्तर तृतीय एवं कोरबा चतुर्थ स्थान पर रहे। कुल 175 प्रतिभागियों और अधिकारियों ने विभिन्न जिलों से भाग लिया।

प्रतियोगिता के पहले दिन खिलाड़ियों का वजन, चिकित्सकीय परीक्षण और निर्णायकों के लिए खेल नियमों पर सेमिनार आयोजित किया गया। समापन दिवस पर पुरस्कार वितरण समारोह का आयोजन किया गया जिसमें छत्तीसगढ़ बाल संरक्षण आयोग की अध्यक्ष डॉ. वर्णिका शर्मा ने मुख्य अतिथि की भूमिका निभाई। केंद्रीय खेल मंत्री के निजी सचिव सिद्धांत शर्मा ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की।

इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि के रूप में दल्लीराजहरा नगरपालिका अध्यक्ष तोरण साहू, खदान समूह के महाप्रबंधक बी. आर. गहरवार, भाजपा युवा नेता अंजिनेश शुक्ला, मंडल अध्यक्ष रामेश्वर साहू, एथलेटिक संघ के उपाध्यक्ष सौरभ लूनिया समेत कई गणमान्यजन उपस्थित रहे।

डॉ. शर्मा ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पदक विजेता युवराज सिंह (जगदलपुर), दिव्या अग्रवाल और टिकेश्वरी साहू (रायपुर) को सम्मानित किया और खिलाड़ियों को उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए प्रेरित किया। उन्होंने भाजपा प्रदेश अध्यक्ष किरण सिंह देव का शुभकामना संदेश भी पढ़ा।

कार्यक्रम के अंत में रायपुर के युवा नेता आंजनेय शुक्ला को म्यूथाई संघ का मानद उपाध्यक्ष मनोनीत किया गया। उन्होंने खेल के प्रचार और खिलाड़ियों के हित में सक्रिय भूमिका निभाने की प्रतिबद्धता जताई।

केंद्रीय मंत्री के सचिव सिद्धांत शर्मा ने सप्ताह में एक दिन साइकिल चलाकर स्वास्थ्य जागरूकता बढ़ाने की अपील की और कहा कि “खिलाड़ी या तो जीतता है या सीखता है खेल जीवन प्रबंधन की कला सिखाता है।”

प्रतियोगिता संचालन में कमलेश देवांगन, प्रणव शंकर साहू, हरबंश कौर, अनीस मेमन और अमन यादव ने योगदान दिया। अंत में सभी निर्णायकों का सम्मान किया गया तथा अतिथियों को स्मृति चिन्ह भेंट किए गए। कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान के साथ हुआ।