रायपुर। कोरोना महामारी के दौरान छत्तीसगढ़ में अगर कोई सबसे व्यस्त आईएएस अधिकारी है तो वह हिमशिखर गुप्ता हैं। इनके पास एक या दो नहीं कुल 6 विभागों की जिम्मेदारी है। वहीं छत्तीसगढ़ में कई ऐसे भी अधिकारी हैं जिनके पास एक या दो ही विभागों का प्रभार है। ऐसे में सवाल उठना लाजमी है कि आखिर क्यों किसी एक अधिकारी के कांधों पर एक साथ 6 विभागों का प्रभार सौंप दिया गया है।

आईएएस हिमशिखर गुप्ता के पास है इन विभागों की जिम्मेदारी
1. मंडी बोर्ड एमडी
2. रजिस्टरार फर्म एंड सोसाइटी
3. कोऑपरेटिव सोसाइटी
4. स्पेशल सेकरेटरी कोऑपरेटिव
5. निमोरा प्रशिक्षण केंद्र के नोडल अधिकारी
6. रेमडेसिविर इंजेक्शन के लिए स्टेट नोडल अधिकारी
कोरोना माहामारी में मिली बड़ी जिम्मेदारी
कोरोना काल में 2007 बैच के IAS अधिकारी हिमांशु गुप्ता को रेमडेसिविर इंजेक्शन की आपूर्ति और राज्य के भीतर वितरण के लिये स्वास्थ्य विभाग और जिला कलेक्टरों के साथ समन्वय बनाना है। उन्हें मुंबई और हैदराबाद में तैनात IAS अफसरों, भास्कर विलास संदीपन और अरुण प्रसाद से भी समन्वय बनाकर जरूरत के मुताबिक आपूर्ति बनाए रखने की कोशिश करनी है।
क्या कहते हैं जानकार
इस बारे में पूर्व आईएएस अधिकारी बीकेएस रे का कहना है कि एक अधिकारी के पास एक ही विभाग की जिम्मेदारी हो ऐसा कोई नियम नहीं है। किस अधिकारी को क्या जिम्मेदारी देनी है वह चीफ सेकरेटरी मुख्यमंत्री की सलाह पर ही करते हैं।
हालांकि इस बात से भी इंकार नहीं किया जा सकता है कि एक ही अधिकारी को अधिकांश विभागों की जिम्मेदारी दिए जाने से सभी विभागों के कार्यों पर असर पड़ सकता है। जितने कम विभाग अधिकारी के पास होंगे उन विभागों का काम-काज सुचारू रूप से होगा और परिणाम भी अच्छे आएंगे।
क्या कहते हैं जिम्मेदार
कोरोना काल को देखते हुए ऐसा सवाल करना सहीं नहीं है। हालांकि इस बारे में मैं कुछ खास नहीं कह सकता। लेकिन क्राइसेस को देखते हुए ही अधिकारियों को जिम्मेदारी दी गई है।
डीडी सिंह,
सचिव, सामान्य प्रशासन विभाग (जीडीए)