रायपुर। पशुपालन विभाग (Animal Husbandry Department) में हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। विभाग द्वारा उस अधिकारी को डिप्टी डायरेक्टर (Deputy Director) बना दिया है, जिसे एसीबी (ACB) ने रंगे हाथ गिरफ्तार किया था। 2016 में जब एनपी सिंह (NP Singh) नाम के इस अधिकारी को बहाल किया गया था तो नियुक्ति में बकायदा इस बात का ज़िक्र किया गया था कि उसे ACB ने रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया था और वो जेल जा चुका है।

इस अधिकारी का हाल ही में तबादला कोरबा (Korba) से अंबिकापुर (Ambikapur) किया गया है। इतना ही इस ट्रांसफर में एनपी सिंह को सरगुजा (Surguja) का डिप्टी डायरेक्टर बनाया गया है। 2016 में जब इस अधिकारी को बहाल किया गया था तो विभाग ने बड़ी ईमानदारी और पारदर्शिता के साथ आदेश में अधिकारी के भ्रष्टाचार (Corruption) में लिप्त होने का उल्लेख भी कर दिया था।
एन पी सिंह की नियुक्ति को जुलाई 2015 में 6 हजार रुपये रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ पकड़े जाने के बाद 48 घंटे जेल में रहने के चलते छत्तीसगढ़ सिविल सेवा (Chhattisgarh Civil Service) के नियम के तहत निलंबित कर दिया गया था। सत्ता बदली तो ऐसी उम्मीद थी कि अब भ्रष्ट अधिकारियों के खिलाफ कांग्रेस (Congress) सख्ती बरतेगी लेकिन हैरानी की बात यह है कि अब उन्हें सरगुजा का डिप्टी डायरेक्टर बनाकर सम्मानित कर दिया है। ऐसे एक अधिकारी नहीं हैं जिन्हें इनाम में मलाईदार पद मिला है। छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य विभाग में भी कुछ ऐसा ही खेल खेला जा रहा है।