मॉस्को। दुनियाभर में कोरोना वायरस के अलग-अलग और अधिक संक्रामक स्ट्रेन सामने आने के बाद रूस की राजधानी मॉस्को में एक नए स्ट्रेन की रिपोर्ट ने वैज्ञानिकों को चिंता में डाल दिया है। हालांकि, रूस में इस स्ट्रेन पर टीके के असर की जांच भी शुरू कर दी गई है।

कोरोना के इस वेरिएंट को ‘मॉस्को स्ट्रेन’ कहा जा रहा है। रूसी राजधानी में चंद हफ्तों में मरीज तीन गुना हो गए हैं। , इसलिए कई पाबंदियां लागू कर दी गई हैं। वहीं, स्पूतनिक वी वैक्सीन के निर्माता इस कोरोना स्ट्रेन के खिलाफ टीके की प्रभाविता का पता लगाने के काम में जुट गए हैं।
शुक्रवार को मॉस्को में 9056 नए मरीज मिले। यह दो सप्ताह पहले 3000 ही थे। 2020 के आरंभ में शुरू हुई कोरोना महामारी के बाद के ये सर्वाधिक मामले हैं। मॉस्को की आबादी 1.20 करोड़ है। नए मामलों को तेजी से बढ़ते देख मॉस्को के मेयर सर्गेई सोब्यानिन ने एक सप्ताह के कई पाबंदियों का ऐलान किया है।
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