एक्सिस बैंक की लापरवाही से ठग ने पार किए 41 लाख रुए... खुद को फोन पर कंपनी का मालिक बताया बैंक ने भी कर लिया विश्वास
एक्सिस बैंक की लापरवाही से ठग ने पार किए 41 लाख रुए... खुद को फोन पर कंपनी का मालिक बताया बैंक ने भी कर लिया विश्वास

रायपुर। राजधानी रायपुर के पुजारी पार्क स्थित एक्सिस बैंक की बड़ी लापरवाही से एक शातिर ठग ने 41 लाख रुपए पार कर लिए। दरअसल ठग ने खुद को अग्रसेन इस्पात प्राइवेट लिमिटेड का मलिक विपिन अग्रवाल बताया। ठग की बात पर बैंक प्रबंधन ने भरोसा भी कर लिया और बताए गए खातों में रकम भी ट्रांसफर कर दिए।

इस मामले का खुलासा तब हुआ, जब बैंक ग्राहक के स्टाफ ने खाते से रुपए कम होने पर बैंक अधिकारी से संपर्क किया। ठगों के गिरोह ने जिस साफ़गोई से बैंक से लाखों रुपए ट्रांसफर कराए, उससे बैंक अधिकारियों को हवा तक नहीं लगी।

स्टील कारोबारी विपिन अग्रवाल की फर्म अग्रसेन इस्पात प्राइवेट लिमिटेड का कार्यालय प्रोग्रेसिव पॉइंट कांपलेक्स में स्थित है, वहीं उनका खाता पुजारी पार्क स्थित एक्सिस बैंक की शाखा में संचालित है। अग्रसेन इस्पात की अकाउंट मैनेजर हिमानी हर रोज अपने खाते के स्टेटमेंट की मानिटरिंग करती है। शुक्रवार को जब हिमानी ने अपने बैंक का स्टेटमेंट देखा तो उसमें से 40 लाख रुपए से भी अधिक का ट्रांजैक्शन नजर आया।

हिमानी ने तत्काल बैंक प्रबंधन से संपर्क किया, तब पता चला कि कंपनी के मालिक विपिन अग्रवाल के नाम से भेजे गए डॉक्यूमेंट के आधार पर रुपए ट्रांसफर कराए गए हैं, हिमानी ने अपने मालिक विपिन अग्रवाल से संपर्क किया तो पता चला कि उन्होंने रुपए तो निकाले ही नहीं है। इसके तत्काल बाद बैंक में आकर ट्रांजैक्शन को देखा गया, तब पता चला कि किसी ने बैंक प्रबंधन से अलग-अलग खातों में 41 लाख रुपए ट्रांसफर करा लिए हैं।

इस तरह की गई धोखाधड़ी…

बीते 10 फरवरी को एक शख्स का फोन एक्सिस बैंक के प्रबंधक अविनाश मिश्रा के पास आता है। जो खुद को अग्रसेन इस्पात प्राइवेट लिमिटेड का मलिक विपिन अग्रवाल बताता है। तथाकथित विपिन ने प्रबंधक को बताया कि वे दिल्ली प्रवास पर हैं, और उनके पास चेक नहीं है। इसलिए वे एक मेल भेज रहे हैं जिसके आधार पर रुपए संबंधित खाते में ट्रांसफर कर दिये जाए। बैंक प्रबंधन ने इस बात पर ध्यान नहीं दिया कि फोन करने वाला शख्स विपिन अग्रवाल ही है या नहीं। चूंकि प्रबंधक के पास जिस नंबर से फोन आया उस पर ट्रूकॉलर में विपिन अग्रवाल लिखा हुआ आ रहा था, इसलिए प्रबंधक ने भरोसा कर लिया।

अग्रसेन इस्पात के फर्जी लेटर हेड पर लिखे लेटर के आधार पर पैसे अलग-अलग खातों में हुए ट्रांसफर

बाद में बैंक के ईमेल आईडी पर विपिन अग्रवाल के नाम से अग्रसेन इस्पात के लेटर हेड पर पत्र आया जिसके आधार पर 16 लाख 96 हजार 800 रुपए संबंधित खाते पर ट्रांसफर कर दिए गए। यह वाक्या 10 फरवरी का है, अगले दिन यानी 11 फरवरी को पुनः तथाकथित विपिन अग्रवाल का फोन आता है, और उसके कहे अनुसार आरटीजीएस के आधार पर 15 लाख 92 हजार 300 रुपए और 8 लाख 15 हजार 200 रुपए अलग-अलग खातों में ट्रांसफर कर दिए जाते हैं।

यूपी बिहार और असम के खातों में मंगाए गए रुपए

ठगों के गिरोह ने जिन खातों में रुपए मंगाये वे यूपी बिहार और असम के थे। 12 फरवरी यानी शुक्रवार को जब पता चला कि विपिन अग्रवाल ने रुपए मंगाए ही नहीं है, तब बैंक प्रबंधन हरकत में आया, इस दौरान जब संबंधित खातों का का पता लगाया गया तब मालूम हुआ खाते में रुपए आते ही निकाल लिए गए हैं। जिन 5 लोगों के खाते में पैसे गए हैं उनमें सुरेंद्र सिंह, मिसबाह उल हक, गंगा प्रसाद गुप्ता, शाकिब उमर और रफीकुल इस्लाम शामिल है। इन 5 ट्रांजैक्शन में दो एक्सिस बैंक, दो आईसीआई और एक केनरा बैंक के खाते शामिल हैं।

राजस्थान आ रहा है ठग का लोकेशन

इन हाई प्रोफाइल ठगों का नेटवर्क कितना तगड़ा है इसका खुलासा इस बात से होता है कि विपिन अग्रवाल के नाम पर फोन करके यूपी, बिहार और असम के खातों में रुपए मंगाए गए और कॉलर राजस्थान में बैठा हुआ है। एक्सिस बैंक प्रबंधन के साइबर सेल ने जब मामले को खंगाला और फोन करने वाले नंबर का लोकेशन पता किया तब मालूम हुआ कि वह राजस्थान में है।

बैंक प्रबंधन की लापरवाही उजागर

लाखों की धोखाधड़ी के इस मामले में बैंक प्रबंधन की लापरवाही उजागर होती है। लगातार दो दिनों में संबंधित कंपनी के खाते से लाखों रुपए का ट्रांसफर करा लिया जाता है, और कंपनी के स्थानीय कार्यालय से फोन पर संपर्क भी नहीं किया जाता है। अगर कंपनी के स्टाफ से इसके बारे में पूछ लिया जाता तो यह धोखाधड़ी रुक जाती है। बैंक के जो अधिकारी नियमित रूप से बैंक स्टेटमेंट के संबंध में कंपनी के स्टाफ से बातचीत करते थे वह छुट्टी पर थे, और इसी का फायदा उठाते हुए दूसरे अधिकारी से ठगों ने संपर्क किया और उसे भरोसे में लेकर रुपए ट्रांसफर करा लिए। ठगों को इस बात का भी पता था कि कंपनी के मालिक बाहर हैं।

ग्राहक के रुपए सुरक्षित हैं…

टीआरपी न्यूज़ ने जब इस संबंध में बैंक प्रबंधक से संपर्क किया, तब उन्होंने स्वीकर किया कि इस मामले में ग्राहक नहीं बल्कि बैंक धोखाधड़ी का शिकार हुआ है। प्रबंधक ने कहा कि ग्राहक के रुपए सुरक्षित हैं और उन्हें वापस मिल जाएंगे। बैंक प्रबंधन द्वारा इस धोखाधड़ी की आंतरिक जांच के बाद अज्ञात लोगों के खिलाफ रायपुर कोतवाली में एफआईआर दर्ज करा दी गई है। पता चला है कि अग्रसेन इस्पात के मलिक विपिन अग्रवाल द्वारा भी इस मामले में अपनी ओर से पुलिस में शिकायत दर्ज कराई गई है। देखना है कि राजधानी की हाईटेक पुलिस कब तक हाइटेक ठगों तक पहुंचती है।

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