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महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के बीच जारी मनमुटाव के बीच NCP चीफ शरद पवार ने शनिवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मुलाकात की. करीब 50 मिनट चली

रायपुर। महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के बीच जारी मनमुटाव के बीच NCP चीफ शरद पवार ने शनिवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मुलाकात की। मुलाकात करीब 50 मिनट चली, इस बैठक में पवार ने नए बने सहकारिता मंत्रालय से जुड़ी अपनी चिंताओं को रखा। हालांकि इस मुलाकात की असल वजह का एन.सी.पी ने अभी तक कोई खुलासा नहीं किया है। इससे पहले एन.सी.पी चीफ गुरुवार को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से भी मिले थे।

इसके अलावा उन्होंने को-ओपरेटिव बैंकों के परिचालन में RBI के बढ़ते दखल को लेकर भी मोदी से बात की. इस मामले में शरद पवार का 17 जुलाई का एक पत्र भी सामने आया है, जिसमें उन्होंने सहकारी बैंकों से जुड़े विभिन्न मुद्दों को रखा है।

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मीटिंग के पीछे की अहम वजह

राजनीतिक जानकारों की मानें, तो संसद के आने वाले सत्र में मराठा आरक्षण के मुद्दे को उठाने से पहले एन.सी.पी इसे मोदी के सामने रखना चाह रही थी, ताकि केंद्र इस बारे में कोई कड़ा कदम उठा सके। कुछ दिनों पहले सुप्रीम कोर्ट ने मराठा आरक्षण को रद्द कर दिया था।

इस बीच महाराष्ट्र सरकार में मंत्री और एन.सी.पी नेता नवाब मलिक ने कहा कि राजनीति विचारों के आधार पर होती है। संघ का राष्ट्रवाद और राष्ट्रवादी पार्टी के राष्ट्रवाद में जमीन आसमान का अंतर है। नदी के दो छोर कभी नहीं मिल सकते, ये सच्चाई है। भाजपा और एन.सी.पी का एक साथ आना असंभव है।

प्रदेश अध्यक्ष ने शरद पवार को कहा था रिमोट कंट्रोल

कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के बीच तकरार लगातार बढ़ती जा रही है। दो दिन पहले कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले ने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के चीफ शरद पवार को महाविकास अघाड़ी सरकार का रिमोट कंट्रोल कहा था। पटोले ने यह भी कहा था, ‘हम किसी बड़े नेता के खिलाफ टिप्पणी नहीं करते हैं, किसी को भी हमारे बारे में बयान देने से पहले अपनी पार्टी को देखने की जरूरत है।

सोनिया से भी मुलाकात कर सकते हैं पवार

पीएम से मिलने के बाद एन.सी.पी चीफ आज ही कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से भी मुलाकात कर सकते हैं। सूत्रों का कहना है कि पवार, नाना पटोले की शिकायत राहुल और सोनिया से कर सकते हैं। एन.सी.पी चीफ रविवार को भी दिल्ली में रहेंगे और कल उनका रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और राज्यसभा में नवनियुक्त सदन के नेता पीयूष गोयल से मिलने का कार्यक्रम है।

पटोले के बयान पर शरद पवार, नवाब मलिक

नाना पटोले का एक वीडियो सामने आया था, जिसमें वे कहते हुए नजर आ रहे थे कि मुख्यमंत्री और उप-मुख्यमंत्री मुझ पर नजर बनाए हुए हैं। इसी कार्यक्रम में पटोले ने पार्टी कार्यकर्ताओं से राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के नेता अजित पवार की बजाय अपने आदमी को पुणे का प्रभारी मंत्री बनाने की बात कही थी। लेकिन इसके बाद पटोले के इस बयान के बाद एक बार फिर राजनीतिक गलियारों में कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी को लेकर चर्चा शुरू हो गई है। हालांकि, इससे पहले भी पटोले के बयान पर शरद पवार, नवाब मलिक और संजय राउत ऐसी चर्चाओं को खारिज कर चुके हैं।

इस पर एन.सी.पी प्रमुख शरद पवार ने कहा था कि वे छोटे लोगो’ की बातों पर प्रतिक्रिया नहीं देते। अगर सोनिया गांधी कुछ कहती हैं तो ही वे बोलेंगे। हालांकि, जब विवाद खड़ा हुआ तो नाना पटोले सामने आए और कहा कि मेरे बयान को गलत ढंग से पेश किया गया।

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