राष्ट्रपति जो बाइडन
Image Source : Google

टीआरपी डेस्क। अमेरिकी के राष्ट्रपति जो बाइडन ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर लोगों की हत्या करने का गंभीर आरोप लगाया है। बाइडेन ने कहा कि फेसबुक जैसे सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर कोरोना वायरस और टीकों से संबंधित गलत और भ्रामक खबरें फैलाई जा रही हैं, जिसकी वजह से लोग गुमराह हो रहे हैं। उन्होने कहा कि सोशल मीडिया कंपनियां कोविड-19 रोधी टीकों के बारे में अपने मंचों पर भ्रामक सूचना को फैलने से रोकने में नाकाम रहकर ‘‘लोगों की जान’’ ले रही हैं।जिसके बाद फेसबुक ने अमेरिकी राष्ट्रपति के इन आरोपों से इनकार किया है।

यह भी पढ़े: भारत में गैर-हिंदुओं पर हो रहा अत्याचार, अमेरिका में 30 संगठनों ने पारित किया भारत के खिलाफ प्रस्ताव, ऐक्शन ले बाइडन सरकार

गौरतलब है कि बाइडन की यह टिप्पणियां तब आयी है, जब एक दिन पहले अमेरिका के सर्जन जनरल विवेक मूर्ति ने टीकों के बारे में गलत सूचना को जन स्वास्थ्य के लिए खतरा बताया था। अमेरिकी अधिकारियों ने सलाह दी कि इन टीकों से वायरस से मौत और गंभीर रूप से बीमार पड़ने से लगभग पूरी तरह बचा जा सकता है। बाइडन से यह पूछा गया कि क्या उनके पास फेसबुक जैसे मंचों के लिए कोई संदेश है जहां कोरोना वायरस टीकों के बारे में गलत या भ्रामक सूचना फैल रही है, इस पर उन्होंने कहा, ‘‘वे लोगों की जान ले रहे हैं।’’

यह भी पढ़े: जो बाइडेन और कमला हैरिस की ऐतिहासिक जीत पर पीएम मोदी ने दी बधाई, कहा- ”उनके साथ काम करने को उत्सुक”

गलत सूचना से हमारे देश के स्वास्थ्य को खतरा- जो बाइडन

बाइडन ने कहा कि अमेरिका मेंनसिर्फ उन लोगों में महामारी है जिन्होंने टीका नहीं लगवाया है। वैक्सीनेट होने के बाद लोगों में कोरोना महामारी का डर नहीं के बराबर है। हालांकि, उन्होंने कहा कि अभी इसमें लापरवाही बरतने की जरूरत नहीं है। व्हाइट हाउस में कहा, ‘‘गलत सूचना से हमारे देश के स्वास्थ्य को घातक खतरा पहुंचता है। हमें एक देश के तौर पर गलत सूचना से लड़ना चाहिए। जिंदगियां इसके भरोसे हैं।’’ स्वास्थ्य पर गलत सूचनाएं फैलाने में इंटरनेट की भूमिका का जिक्र करते हुए मूर्ति ने कहा कि प्रौद्योगिकी कंपनियों और सोशल मीडिया मंचों को गलत सूचना फैलने से रोकने के लिए अपने उत्पादों तथा सॉफ्टवेयर में सार्थक बदलाव करने चाहिए।

यह भी पढ़े: एक्शन में जो बाइडेन, 5 लाख भारतीयों को नागरिकता देने की शुरुआत की

फेसबुक ने बाइडन के आरोपों का किया खंडन 

इस बीच फेसबुक के प्रवक्ता डेनी लीवर ने जवाब दिया, ‘‘हम आरोपों से विचलित नहीं होंगे जो तथ्यों पर आधारित नहीं हैं। असल तथ्य यह है कि दो अरब से अधिक लोगों ने फेसबुक पर कोविड-19 और टीकों पर प्रामाणिक सूचना देखी जो इंटरनेट पर किसी भी अन्य मंच से अधिक है।’’लीवर ने कहा, ‘‘अमेरिका के 33 लाख से अधिक लोगों ने हमारे उस वैक्सीन टूल का इस्तेमाल किया कि जिसमें यह जानकारी दी गयी कि कहां और कैसे टीका लगवाएं। तथ्य दिखाते हैं फेसबुक जिंदगियों को बचाने में मदद कर रहा है।’’ टि्वटर ने अपने मंच पर लिखा, ‘‘दुनियाभर में कोविड-19 महामारी फैलने के बीच हम प्रामाणिक स्वास्थ्य सूचना बढ़ाने के लिए अपना काम जारी रखेंगे।’’

यह भी पढ़े: टीम ओबामा ने शुरू की बाइडन सरकार के गठन की तैयारी…4000 स्टाफ की होगी नियुक्ति

बता दें, कोरोना महामारी के दौरान Social Media Platforms पर लगातार गुमराह करने वाली खबरें देखने को मिलीं। जहां कुछ लोग वैक्सीन को लेकर गुमराह कर रहे थे तो कुछ कोरोना के तरह-तरह के उपचार बता कर गुमराह कर रहे थे। इस तरह की खबरों ने कई लोगों की जान ले ली। सोशल मीडिया पर सरकार का नियंत्रण प्रभावी रूप से नहीं है, जिसके कारण इन खबरों को रोक पाना भी काफी मुश्किल भरा है। इसी को देखते हुए अमरीका के राष्ट्रपति ने सोशल मीडिया को के खिलाफ अपना यह बयान दिया।

Hindi News के लिए जुड़ें हमारे साथ हमारे फेसबुक, ट्विटरटेलीग्राम और वॉट्सएप पर