बेंगलुरु। कर्नाटक विधानसभा (Karnataka Assembly) में कल मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा (chiefminister BS yeddiyurappa) सरकार की अग्नि परीक्षा होगी। इससे पहले ही रविवार को उन्होंने दावा किया कि सोमवार को सौ फीसदी मैं बहुमत साबित कर दूंगा (Proving a hundred percent majority)। उन्होंने आगे कहा कि वित्त विधेयक (Finance bill) (विनियोग विधेयक) को तत्काल पारित कराने की जरूरत है अन्यथा हम तनख्वाह भी देने के लिए धन नहीं ले पाएंगे। इसलिए सोमवार को बहुमत साबित करने के बाद हम सबसे पहले इस वित्त विधेयक को हाथ में लेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा, मैंने उसमें कॉमा या फुल स्टॉप तक नहीं बदला है। मैं पिछली कांग्रेस जदएस सरकार द्वारा तैयार इस विधेयक को पेश करूंगा। शुक्रवार को मुख्यमंत्री का पदभार संभालने वाले येदियुरप्पा ने कहा था कि वह सोमवार को विश्वास मत हासिल करेंगे।

17 विधायक अयोग्य:
कर्नाटक विधानसभा के अध्यक्ष रमेश कुमार ने रविवार को दल-बदल कानून के तहत कांग्रेस-जदएस के 14 और विधायकों को सदन की सदस्यता के लिए अयोग्य ठहराया । इसके साथ ही अयोग्य ठहराये गये विधायकों की संख्या अब 17 हो गयी है। इसका सोमवार को येदियुरप्पा सरकार के विश्वास मत पर कोई सीधा असर नहीं पड़ेगा।

क्या कहता है विधानसभा सदस्यों का समीकरण:
अध्यक्ष को छोड़कर 224 सदस्यीय विधानसभा में अब संख्या बल 207 रह गया है। मत-विभाजन की स्थिति में सत्ता पक्ष और विपक्ष को बराबर वोट मिलने पर अध्यक्ष वोट करते हैं। बहुमत के लिए जादुई आंकड़ा 104 है। भाजपा के पास एक निर्दलीय के समर्थन के साथ ही 106 सदस्य हैं। कांग्रेस के 66 (नामित समेत) जदएस के पास 34, बसपा के एक विधायक है।. बसपा ने कुमारस्वामी सरकार के पक्ष में वोट नहीं करने पर अपने विधायक को निष्कासित कर दिया था। 14 माह पुरानी कांग्रेस-जदएस गठबंधन सरकार विश्वास मत खोने के बाद मंगलवार को गिर गयी थी।

Chhattisgarh से जुड़ी Hindi News के अपडेट लगातार हासिल करने के लिए हमें Facebook पर Like करें और Twitter पर Follow करें 
एक ही क्लिक में पढ़ें The Rural Press की सारी खबरें