रायपुर। अंतागढ़ टेपकांड मामले में सोमवार को अपना बयान दर्ज करवाने के लिए मंतुराम पवार पंडरी थाने पहुंचे हैं। बयान दर्ज कराने के बाद मंतुराम पवार अपना वॉइस सैंपल देने के लिए गंज थाना स्थित पुराना क्राइम ब्रांच ऑफिस जाएंगे। पुराना क्राइम ब्रांच ऑफिस जाने से पहले मंतुराम पवार ने SIT पर सवाल उठाये हैं। उन्होंने कहा कि वॉइस सैंपल देना है या नहीं ये अभी सोचूंगा।

उनका कहना है कि SIT ने उन्हें वॉइस सैंपल लिए जाने की कोर्ट द्वारा जारी आदेश कॉपी नहीं दिखाई जिसके कारण उन्होंने सैंपल नहीं दिया है। उन्होंने आगे कहा कि SIT बार-बार यह आरोप लगाती है कि जब-जब उन्होंने मुझे बुलाया मैं नहीं आया। यह मामला हाई कोर्ट से लेकर सुप्रीम कोर्ट तक गया था लेकिन वहां से भी खारिज हो गया। साथ ही उन्होंने SIT गठन पर भी सवाल भी उठाए है। अंतागढ़ टेपकांड की पुलिस जांच में लगभग 4 माह बाद एक बार फिर तेजी आई है। पुलिस ने बयान के लिए पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी, बेटे अमित जोगी और डा. पुनीत गुप्ता को नोटिस देकर गुरुवार को बुलाया है।

आपको बता दें कि वाइस सैंपल साइबर एक्सपर्ट्स लेंगे। इस दौरान एसआईटी चीफ तथा रायपुर एसएसपी शेख आरिफ हुसैन और डीएसपी अभिषेक माहेश्वरी समेत अफसरों की टीम पूछताछ कर सकती है। अंतागढ़ टेपकांड उजागर होने के ठीक तीन साल बाद, 3 फरवरी को पंडरी थाना में मंतूराम पवार के अलावा जोगी पिता-पुत्र, डॉ. पुनीत के साथ-साथ पूर्व पीडब्लूडी मंत्री राजेश मूणत के खिलाफ भी एफआईआर करवाई गई थी। जिसमें आरोपी बनाए गए सभी लोगों को जमानत मिल गई है।

क्या है मामला

अंतागढ़ टेपकांड मामले में किरणमई नायक की शिकायत पर पंडरी थाने में मंतूराम पवार, पूर्व मंत्री राजेश मूणत, जनता कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अमित जोगी, डॉ. पुनीत गुप्ता, पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है।  साल 2014 में कांकेर जिले के अंतागढ़ के तत्कालीन विधायक विक्रम उसेंडी ने लोकसभा का चुनाव जीतने के बाद इस्तीफा दिया था। जिसके बाद वहां उपचुनाव के लिए कांग्रेस ने पूर्व विधायक मंतू राम पवार को प्रत्याशी बनाया था। लेकिन नाम वापसी के अंतिम वक्त पर मंतूराम ने अपना नामांकन वापस ले लिया था। जिससे भाजपा को एक तरह का वाकओवर मिल गया था। बाद में फिरोज सिद्दीकी नाम से एक व्यक्ति का फोन कॉल वायरल हुआ था।