नई दिल्ली। केंद्र शासित प्रदेश (Union Territory) जम्मू-कश्मीर (Jammu-kashmir) में बाद कल पहली बकरीद (first bakarid festival) है। इस मौके पर सरकार के सुरक्षाबलों (force) का पहला बड़ा इम्तिहान है। हालांकि सरकार इसमें पास होने के लिए कोई कोर-कसर नहीं छोड़ रही है। पूरे कश्मीर में शांतिपूर्वक त्यौहार मनाने (Celebrate the festival peacefully) के लिए प्रशासन ने पूरी तैयारी कर ली है। जम्मू-कश्मीर (Jammu-kashmir) प्रशासन ने लोगों के लिए 300 स्पेशल टेलीफोन बूथ(special telephone booth) बनाए हैं, ताकि दिल्ली और अलीगढ़ समेत देश के विभिन्न हिस्सों में रहने वाले केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर के स्टूडेंट अपने परिजनों से बातचीत कर सकें और बकरीद मना सकें।

रोजमर्रा के सामनों का भरा भंडार:
केंद्र शासित प्रदेश (Union Territory) जम्मू-कश्मीर (Jammu-kashmir) में आम लोगों को खाने-पीने और रोजमर्रा के सामानों की कोई दिक्कत न हो, इसके लिए खास व्यवस्था की गई है। इसके लिए जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने रोजमर्रा के जरूरी समानों का पर्याप्त भंडारण किया है। 65 दिन के लिए गेहूं का स्टॉक, 55 दिन के लिए चावल, 17 दिन के लिए मटन, एक महीने के लिए चिकन, 35 दिन के लिए कैरोसीन आॅयल, एक महीने के लिए एलपीजी, 28 दिन के लिए हाईस्पीड डीजल और पेट्रोल का स्टॉक किया गया है।
ढाई लाख भेड़- बकरियों की व्यवस्था:
कश्मीर में 3,697 में से 3,557 राशन स्टोर को चालू कर दिया गया है। यहां से आम लोग राशन की खरीददारी कर सकते हैं। मोबाइल वैन के जरिए सब्जियों, एलपीजी, चिकन और अंडे लोगों के दरवाजे तक पहुंचाए जा रहे हैं। बकरीद पर कुबार्नी के लिए 2 लाख 50 हजार भेड़-बकरियां उपलब्ध कराई गई हैं। साथ ही छुट्टी के दिन बैंक खुले रखने और एटीएम चालू रखने का फैसला लिया गया है। इसके अलावा जम्मू-कश्मीर के कर्मचारियों का वेतन जारी किया गया जा रहा है।

केंद्र शासित प्रदेश बना जम्मू-कश्मीर:
वहीं, केंद्र शासित प्रदेश (Union Territory) जम्मू-कश्मीर(Jammu-kashmir) किसी भी तरह की कोई घटना न हो, इसके लिए सुरक्षा के भी कड़े इंतजाम किए गए हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सरकार ने जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटा दिया है। अब जम्मू-कश्मीर (Jammu-kashmir) एक केंद्रशासित प्रदेश बन गया है। इस अनुच्छेद के हटाने के बाद किसी भी तरह की अप्रिय घटना को रोकने के लिए जम्मू-कश्मीर में भारी संख्या में सुरक्षा बलों की तैनाती की गई है। अब जम्मू-कश्मीर (Jammu-kashmir) में हालात लगातार सामान्य हो रहे हैं।