• मुकेश श्रीवास

दंतेवाड़ा । जिले के गीदम में नवनिर्मित 50 सीटर मातृ व शिशु अस्पताल(Maternal and child hospital) में आज सुबह आग लग गई(caught on fire)। इसमें लाखों के नुकसान की आशंका जतायी जा रही है।गीदम के अस्पताल कर्मियों(Hospital personnel) के मुताबिक सुबह लगभग 7 बजे शार्टसर्किट के कारण (Due to short circuit) अस्पताल में आग लगी और जल्द ही आग ने भयावह रूप ले लिया (Fire took a terrible form)। इसके बाद सीलिंग में लगी सेंट्रल एसी के कारण चारों तरफ आग तेजी से फैलने लगी। अचानक भड़की इस आग से अस्पताल में हड़कंप मच गया।  मरीज व उनके परिजनों में अफरा – तफरी मच गयी। आग के लगने के वक्त अस्पताल में 21 मरीज भर्ती थे। मौके पर शासन-प्रशासन के लोगोंं का  गीदम में जमावड़ा लग गया।

मरीजों को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में किया शिफ्ट:
अस्पताल प्रबंधन द्वारा सभी मरीजों को सुरक्षित बाहर निकाल कर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया गया। आग लगने की सूचना मिलने पर अस्पताल के सभी अधिकारी कर्मचारी व नगर के नागरिक पहुच गये। अस्पताल में लगे अग्निरोधी उपकरण के द्वारा शीघ्र आग में काबू पाया जा सका। जबकि आग लगने के डेढ घण्टे बाद तक अग्निशमक मौके पर नहीं पहुंच पायी थी। आग पर जल्द काबू पा लेने से बड़ा हादसा टल गया नहीं तो करोड़ंो का नुकसान हो सकता था। घटना की सूचना मिलने ही नगर के सभी नागरिक व राजनीतिक पार्टियों के नेता मौके पर पहुंचे व आग बुझाने में सहयोग किया।


थाना प्रभारी और पुलिस बल ने भी किया सहयोग:
गीदम थाना प्रभारी अजय सिन्हा भी आग लगने की सूचना मिलते ही आपने पूरे दल – बल के साथ मौके पर पहुँच कर अस्पताल की टीम के साथ आग बुझाने में जुटे रहे। नवनिर्मित अस्पताल को मुख्यमंत्री द्वारा स्वीकृत कराने वाले बोमडा राम कवासी ने कहा कि इस तरह की घटना दु:खद है। घटना के मुख्य कारणों का शीघ्र पता लगाया जाना चाहिए। मौके पर पहुंचे जनप्रतिनिधियों ने कहा कि देखा जा रहा है कि विद्युत वायरिंग में लोकल वायर का उपयोग किया जा रहा है जिसके कारण लगातार शार्टसर्किट की घटनाओं के कारण आग लग रही है।

मौके पर कलेक्टर,एसडीएम, सीएमओएच भी पहुंचे:
घटना की जानकारी मिलते ही कलेक्टर टोपेश्वर वर्मा, एसडीएम लिंगराज सिदार व मुख्य चिकित्सा व स्वास्थ्य अधिकारी एसपीएस शाण्डिल्य भी मौके पर पहुचे व आग लगने से हुये नुकसान का जायजा लिया। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक आग लगने की घटना के वक्त अस्पताल के अंदर डीजल मौजूद था जिसके कारण आग और तेजी से फैली और बड़ी घटना घटी। कुछ मरीजो ने डीजल होने की अस्पताल के अंदर डीजल होने की पुष्टि की है लेकिन इस बात की प्रशासनिक पुष्टि नही हो पायी हैं।

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