भोपाल। मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा नेता बाबूलाल गौर का (Former Chief Minister of Madhya Pradesh Babulal Gaur) बुधवार को निधन हो गया। 89 वर्ष की उम्र में उन्होंने नर्मदा अस्पताल में अंतिम सांस ली। वे लंबे समय से बीमार थे। गौर को सांस लेने में तकलीफ हो रही थी। इसके अलावा उनके कई अंगों ने काम करना बंद कर दिया था।

गौर (Babulal Gaur) ने 2004 में उमा भारती के मुख्यमंत्री पद से हटने के बाद प्रदेश की कमान संभाली थी। वे 1977 से 2013 तक भोपाल की गोविंदपुरा सीट से लगातार 10 बार विधायक रहे थे।

बाबूलाल गौर (Babulal Gaur) का जन्म 2 जून 1930 को उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ जिले में हुआ था। वे भाजपा (BJP) के अकेले नेता रहे जिन्होंने मध्य प्रदेश विधानसभा के लगातार 10 चुनाव जीते। 23 अगस्त 2004 से 29 नवंबर 2005 तक वे मप्र के मुख्यमंत्री रहे थे। 2013 में हुए विधानसभा चुनाव के बाद भाजपा फिर सत्ता में आई और उन्हें मंत्री बनाया गया।

राजनीति में आने से पहले गौर ने भोपाल की कपड़ा मिल में मजदूरी की थी। श्रमिकों के हित में कई आंदोलनों में भाग लिया था। वे भारतीय मजदूर संघ के संस्थापक सदस्य थे। 1974 में मध्य प्रदेश शासन द्वारा उन्हें ‘गोआ मुक्ति आंदोलन’ में शामिल होने के कारण स्वतंत्रता संग्राम सेनानी का सम्मान प्रदान किया गया था।

पीएम ने दी श्रद्धांजलि

बाबूलाल गौर (Babulal Gaur) के निधन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने ट्वीट कर शोक जताया है। पीएम ने लिखा, बाबूलाल गौरजी का लम्बा राजनीतिक जीवन जनता-जनार्दन की सेवा में समर्पित था। जनसंघ के समय से ही उन्होंने पार्टी को मजबूत और लोकप्रिय बनाने के लिए मेहनत की। मंत्री और मुख्यमंत्री के रूप में मध्य प्रदेश के विकास के लिए किए गए उनके कार्य हमेशा याद रखे जाएंगे। बाबूलाल गौरजी के निधन से गहरा दुख हुआ। ईश्वर शोक संतप्त परिवार को दुख की इस घड़ी में धैर्य और संबल प्रदान करे।’

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