रायपुर। पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी (Former CM Ajit Jogi) की जाति के मामले में अब पत्रों के जरिए राजनीति (Letter Politics) शुरू हो गई है। आपको बता दें कि जाति मामले में मंत्री टीएस सिंहदेव (Minister TS Singhdev) के बयान पर जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) सुप्रीमो अजीत जोगी ने खत लिखकर सिंहदेव से नाराजगी जताई थी। टीएस सिंहदेव ने अजीत जोगी के पिता को सतनामी समाज का बताया था। जिसके बाद अजीत मंत्री टीएस सिंहदेव के नाम पत्र लिखा था।

अब जोगी की नाराजगी के बाद सिंहदेव  (Minister TS Singhdev) ने दुख जताया है। टीएस सिंहदेव ने भी अजीत जोगी (Former CM Ajit Jogi) को पत्र लिखा है। इस पत्र में सिंहदेव ने लिखा है कि जोगी ने खत लिखकर अपनी भावनाएं बताई हैं। सिंहदेव ने लिखा कि, ‘जैसा कि हमारे पारिवारिक और व्यक्तिगत संबंध और मान-सम्मान का जिक्र आपने किया है। आशा करता हूं कि पहले की तरह बने रहेंगे। इसके अलावा मंत्री सिंहदेव ने लिखा है कि, ‘जाने-अनजाने में मेरे किसी कथन या बयान से अगर आपकी भावनाएं आहत हुई हैं तो, इसके लिए मैं दुख व्यक्त करता हूं।

जोगी के पत्र का सिंहदेव ने दिया जवाबसिंहदेव ने जताया दुख- 

 

अजीत जोगी ने खत में ये लिखा था-

अजीत जोगी ने सिंहदेव को दिए पत्र में कहा है कि, वे उनके बयान से दुखी हैं। जोगी ने कहा कि समाचार पत्रों और टीवी के माध्यम से सिंहदेव ने ऐसा बयान दिया है। जिसमें उनके पिता को सतनामी समाज का होना बताया गया है। जबकि वास्तव में उनके पिता मुड़ी गोत्र के कंवर जाति के आदिवासी थे.जोगी ने लिखा था कि आप गलती स्वीकार करके इसका खंडन करें। अगर ऐसा नहीं होता है तो हमारे अच्छे परिवारिक एवं व्यक्तिगत संबंधों के बावजूद अपने सम्मान की रक्षा के लिए मुझे न्यायालय में आईपीसी की धारा 497 और 500 के तहत अवमानना का प्रकरण दायर करना होगा। जिसमें जेल की सजा का प्रावधान है’।

 

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