रायपुर। छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) का सबसे बड़ा बिजली उत्पादन करने वाला केएसके महानदी पॉवर प्लांट, जांजगीर (KSK Mahanadi Power Plant) आखिरकार आज मंगलवार से बंद हो गया। जिसके कारण प्लांट में काम करने वाले करीब 4000 कर्मचारियों पर बेरोजगारी की तलवार लटक गई है।
आए दिन प्रबंधन और मजदूरों के बीच होने वाले टकराव ने इस प्लांट में ताला लगवा दिया। बाद में प्लांट के बंद होने की घोषणा करवा दी गई। गौरतलब है कि कई बार प्लांट के अफसरों और मजदूरों के बीच तनाव इतना बढ़ा कि खून-खराबे के बाद ही शांत हुआ था।
क्या है मामला
क्षेत्र के भू विस्थापितों को केएसके महानदी पॉवर प्लांट (KSK Mahanadi Power Plant) ने न्यूनतम वेतनमान 18000 रुपए प्रति माह देने का निर्णय लिया तो ठेका श्रमिकों ने भी उतना ही वेतन की मांग करते हुए कंपनी के खिलाफ माेर्चा खोल दिया। जिसके बाद दोनों पक्षों के मजदूरों के बीच विवाद मारपीट तक पहुंच गया। बीते 11 सालों में ना ही भू-विस्थापितों को रोजगार मुहैया कराया गया और ना ही प्लांट में काम करने वाले कर्माचारियों के वेतन-भत्ते में बढ़ोतरी की गई। प्लांट में तालाबंदी कर दी गई है जिसके बाद काम करने वाले मजदूर हड़ताल पर चले गए हैं।
पांच राज्यों में होती है बिजली सप्लाई
केएसके महानदी पॉवर प्लांट (KSK Mahanadi Power) द्वारा 1500 मेगावाॅट बिजली का उत्पादन किया जाता है। इसकी सप्लाई उत्तर प्रदेश, तमिलनाडु, आंध्रप्रदेश और छत्तीसगढ़ में की जाती है। मगर अब प्लांट में ताला लगने से राज्यों में अब बिजली सप्लाई भी एक समस्या बन जाएगी।
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