टीआरपी न्यूज/ हैदराबाद। अगर आप बुखार को मामूली बीमारी समझ रहे हैं तो ये खबर आपकी आंखें खोलने

के लिए काफी है। दरअसल, तेलंगाना के मंचेरियल जिले में डेंगू की वजह से एक परिवार पूरी तरह खत्म हो

गया है। परिवार में सिर्फ एक नवजात बच्चा बचा है, बाकी बच्चे के मां-बाप भाई बहन और परदादा सभी मौत

के मुंह में समा गए हैं।

 

जानकारी के मुताबिक, पिछले 15 दिनों के अंदर परिवार के हर सदस्य को डेंगू का बुखार हो गया, जिसकी

वजह से सभी की मौत हो गई। इस परिवार में आखिरी मौत बुधवार को हुई। 28 साल की एक महिला

नवजात को जन्म देते ही चल बसी। मृतक परिवार में सबसे पहले सोना के पति जी. राजगट्टू (30 वर्ष) को

डेंगू हुआ था। राजगट्टू एक शिक्षक थे और मंचेरियल जिले के श्रीश्री नगर में रहते थे। डेंगू का पता चलते

ही ये लोग करीमनगर में शिफ्ट हो गए। यहां राजगट्टू का इलाज एक प्राइवेट अस्पताल में चल रहा था,

लेकिन बीते 16 अक्टूबर को उसकी मौत हो गई।

 

बीते दिन परिवार की महिला ने तोड़ा दम

इसके बाद राजगट्टू के 70 वर्षीय दादा लिंगाय को डेंगू ने अपनी गिरफ्त में ले लिया। 4 दिन के बाद ही

लिंगाय ने भी दम तोड़ दिया। परिवार अभी लगातार हुई दो मौतों के सदमे से उबर भी नहीं पाया था कि

राजगट्टू की 6 साल की बेटी श्री वर्षिनी को भी डेंगू हो गया। इलाज के दौरान दिवाली वाले दिन 27 अक्टूबर

को श्री वर्षिनी की भी मौत हो गई।

 

इसी दौरान राजगट्टू की गर्भवती पत्नी को भी डेंगू की वजह से अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां 30 अक्टूबर

(बुधवार) को सोनी ने भी नवजात को जन्म देते ही दम तोड़ दिया। बता दें कि इस खबर के बाद भी आप

नहीं चेते तो भगवान ही मालिक है। अगर आपको ये खबर अच्छी लगी तो अपने आसपास और चिरपरिचितों

तक इसे जरूर शेयर करें ताकि वे डेंगू जैसे जानलेवा बीमारी से सतर्क हो जाएं और इलाज के किसी प्रकार

की लापरवाही न बरतें।

 

 

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