रायपुर। अब दिल्ली (Delhi) की सफाई अरविंद केजरीवाल (CM Arvind Kejriwal) के झाड़ू के साथ नारायणपुर (Narayanpur) की झाड़ू से भी होगी। देश की प्रमुख सहकारी संस्था नाफेड व छत्तीसगढ़ के बीच 10 टन झाड़ू का सौदा 14 लाख में हुआ है।

नाफेड जो दिल्ली में झाड़ू (Broom) की सप्लाई करेगी। इससे नारायणपुर के स्व सहायता समूहों को आर्थिक लाभ मिल सकेगा। साथ ही क्षेत्र के लोगों को रोजगार भी उपलब्ध हो सकेगा।

जिला वनोपज संघ नारायणपुर द्वारा फूलझाड़ू संग्रहणकर्ताओं को आर्थिक रूप से सुदृढ़ बनाने के लिए प्रसंस्करण केंद्र की स्थापना की गई है। छत्तीसगढ़ वन विभाग के अधिकारी आईएफएस अधिकारी राकेश चतुर्वेदी के अथक प्रयास से अब नारायणपुर में निर्मित झाड़ू दिल्ली में सप्लाई की जाएगी। जिससे वहां की सफाई व्यवस्था दुरूस्त होगी।

बिचौलियों से मिली राहत

जंगलों में मिलने वाले अन्य वनोपजों के साथ फूल झाडू भी ग्रामीणों की आय का मुख्य जरिया है। यहां के ग्रामीणजन घने जंगलों पहाड़ों से घिरे पहुंचविहीन इलाकों में अपने पैरों पर ही भरोसा कर कई मिलों का सफर तय कर फूल झाडू की कच्चा माल काटकर शहरों तक लाते है।

पहले बिचौलियों के पास बेचने के लिए उन्हें मजबूर होना पड़ता था, जो उनके जोखिम भरे इस काम सही दाम नहीं देते थे। वहीं बिचौलिए इस झाड़ू को बेचकर अच्छे दाम कमाते हैं।

प्रसंस्करण केंद्रों की शुरूआत

ग्रामीण संग्राहकों को तथा समूह के सदस्यों को फूलझाड़ू विक्रय से अधिक लाभ देने के उद्देश्य से प्रसंस्करण केंद्रों (Processing centers) की शुरूआत की गई है। जिसके तहत 10-12 ग्रमीण अंचलों से लगभग 1500 संग्राहकों के द्वारा फूल झाड़ू संग्रह कर स्वसहायता समूहों को विक्रय किया जा रहा है।

इस परियोजना में 04 महिला स्व सहायता समूह कार्यरत है। जो कच्चा फूलझाड़ू क्रय कर पाईप व केन के जरिए फूलझाड़ू का निर्माण कर रहे हैं।

महिला समूहों को प्रदान किया गया चक्रिय ऋण

महिला समूह ही झाड़ू के कच्चे माल की खरीदी ग्रामीणों से करने के लिए अधिकृत हैं। कच्चे माल की खरीदी के लिए पास ओरछा में वन विभाग की ओर से जारी किया जाता है।

उक्त महिला समूह को 5 लाख रु बतौर चक्रिय ऋण उपलब्ध कराया गया है। नारायणपुर जिला मुख्यालय के स्व सहायता समूह को कच्चे माल से फूल झाडू बनाने के लिए 1.75 लाख लाख रु का चक्रिय ऋण दिया गया है।

इस कार्य से जुड़ी महिला समूहों को वन विभाग द्वारा कॉपरेटिव बैंक में संयुक्त बैंक खाता खोला गया है। जिसमें आय की राशि जमा होती है।

दिल्ली के साथ अब अन्य शहरों में भी होगी मांग

वन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि यहां के झाड़ू पड़ोसी जिले के साथ ही राज्य के दूसरे जिलों राजनांदगांव, दुर्ग, रायपुर, बिलासपुर के साथ ही सरगुजा में भी विक्रय के लिए जाते है।

इसके अलावा दिल्ली में भी झाड़ू की सप्लाई अब लगातार की जाएगी। उम्मीद है कि आने वाले समय में छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के नारायणपुर की झाड़ू देश के अन्य शहरों में भी सप्लाई की जाए।

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