तेहरान। ईरान के शीर्ष कमांडर जनरल सुलेमानी के मारे जाने के बाद ईरान ने भी अमेरिका से बदला

लेने की धमकी दी है। अमेरिका के खिलाफ निकाले गए जुलूस के बाद ईरान के कोम शहर की एक

ऐतिहासिक मस्जिद पर लाल झंडा फहराया गया। माना जा रहा है कि ईरान ने भी अमेरिका के

खिलाफ युद्ध का ऐलान कर दिया है और यह लाल झंडा बदले और खून का संकेत है।

 

ईरान ने जामकरन मस्जिद पर यह लाल झंडा फहराया है जो कि कोम शहर में अपना

स्थान रखती है। ईरान के स्टेट टेलिविजन ने इसका टेलिकास्ट भी किया। बताया जाता

है कि यह झंडा अन्याय के खिलाफ आवाज उठाने का प्रतीक है। करबला में इमाम हुसैन

की हत्या के बाद ऐसा ही झंडा फहराया गया था जो इस बात का संकेत था कि

इमाम हुसैन की हत्या का बदला लिया जाएगा। सोशल मीडिया पर ईरान के यूजर्स

के मुताबिक यह झंडा एक बड़े फैसले और दृढ़ निश्चय का प्रतीक है। ईरान की

सड़कों पर लोग लगातार अमेरिका के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं और बदले की

मांग कर रहे हैं।

 

अमेरिका के लिए आसान नहीं होगा युद्ध जीतना

ईरान से तनाव बढ़ने के बाद अमेरिका ने मध्य-पूर्व इलाके में अतिरिक्त 3000 सैनिकों

को भेजने का फैसला किया है। यहां पहले से ही 14 हजार सैनिक तैनात थे। बता दें कि

ईरान पहले की तुलना में ज्यादा ताकतवर है और युद्ध जीतना भी अमेरिका के लिए

आसान नहीं होगा। इस समय ईरान की आबादी लगभग 8.2 करोड़ है। ईरान की

सेना में लगभग 5 लाख 20 हजार सक्रिय सैनिक और ढाई लाख अन्य सैनिक हैं।

 

ट्रंप ने भी दी 52 ठिकानों पर हमले की धमकी

बता दें कि रविवार को सुलेमानी का शव बगदाद से ईरान लाया गया। सुलेमानी की अंतिम

यात्रा में बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए। ट्रंप ने भी 52 ठिकानों पर हमले की धमकी दी है।

ट्रंप ने यह भी कहा कि अमेरिका के पास आधुनिक हथियार हैं जिन्हें ईरान झेल नहीं

पाएगा। इससे पहले ट्रंप ने ट्वीट करके कहा था कि अमेरिका ने ईरान में 52 जगहों का

चुनाव किया है जहां हमला किया जा सकता है और ईरानी संस्कृति पर प्रहार किया जा सकता है।

 

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