टीआरपी डेस्क। बदलता मौसम किसी को भी बीमार कर सकता है। लिहाजा कुछ जरूरी बातों का ध्यान रखकर आप बिस्तर पकड़ने से बच सकते हैं। फरवरी का महीना चल रहा है और अब मौसम में बदलाव शुरू हो गया है।

इस चेंजिंग वेदर में सर्दी, जुकाम, बुखार, बदन दर्द, सिरदर्द, आंखों में जलन, पेट दर्द और फ्लू जैसी बीमारियों का शिकार लोग बड़ी संख्या में हो रहे हैं, खासतौर पर वैसे लोग जिनकी इम्यूनिटी कमजोर है। ऐसे में जरूरत है बदलते मौसम में खुद को बीमारियों से बचाकर रखने के लिए अपना ख्याल रखें और इन जरूरी टिप्स को अपनाएं…

बीमारी से बचने के लिए इन बातों का रखें ध्यान

सफाई का रखें ध्यान

सर्दी-जुकाम और फ्लू जैसी बीमारियों से बचने का सबसे आसान तरीका है हाथों को साफ रखना। हमारे हाथ हमेशा ही गंदे रहते हैं क्योंकि ज्यादातर लोग अपने हाथों को सामने रखकर खांसते या छींकते हैं या फिर पूरे टाइम अपनी नाक को हाथों से ही पोंछते रहते हैं।

लिहाजा हाथों को साबुन-पानी से अच्छी तरह से धोना बेहद जरूरी है। डॉक्टरों की मानें तो कम से कम 20 सेकंड तक हथेली, उंगली, उंगली के टिप्स, हाथों के पीछे का हिस्सा और नाखून के आसपास के हिस्से को अच्छी तरह से साफ करना चाहिए। अगर आप ऐसी जगह पर हैं जहां आप हैंडवॉश नहीं कर सकते तो सैनिटाइजर का इस्तेमाल करें।

ऐसी चीजें खाएं ताकि इम्यूनिटी हो स्ट्रॉन्ग

जिन लोगों को जल्दी सर्दी, जुकाम, बुखार जैसी बीमारियां जकड़ लेती हैं, अक्सर उन लोगों का इम्यून सिस्टम कमजोर होता है। उन लोगों को इम्यूनिटी स्ट्रॉन्ग करने वाली चीजें खानी चाहिए।

ऐसे लोग चाहें तो ग्रीन टी या ब्लैक टी पी सकते हैं, लेकिन दिन में केवल एक या दो कप ही पिएं। ज्यादा पीने पर तबियत बिगड़ भी सकती है। इसके अलावा आप कच्चा लहसुन, दही, ओट्स, विटामिन डी और सी युक्त पदार्थ जैसे नींबू और आंवले का सेवन कर सकते हैं।

मौसम के साथ बदलें खान-पान

बीमारियों से बचने में खान-पान का बेहद अहम रोल होता है। बदलते मौसम में खानपान में भी बदलाव करना जरूरी है। डॉक्टरों का कहना है कि अक्सर बदलते मौसम में मूड स्विंग ज्यादा होता है।

ऐसे में हमें खाने में कार्बोहाइड्रेट ज्यादा लेना चाहिए। यह हमें मूड स्विंग और डिप्रेशन से दूर रखता है और दिल और दिमाग को अच्छा महसूस होता है। अंडे का सफेद वाला हिस्सा, टमाटर, चावल, गेहूं, सेब और ड्राइफ्रूट्स कुछ ऐसी चीजें हैं, जिसमें कार्बोहाइड्रेट ज्यादा पाया जाता है।

विटमिन डी सबसे जरूरी

अक्सर आपने सुना होगा कि बहुत से लोग ऐसे होते हैं जो ज्यादा देर खड़े नहीं रह पाते या फिर ऐसे लोग जिनकी हड्डियां बेहद कमजोर होती हैं और जरा-सा गिरने पर टूट जाती हैं। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि उनमें विटमिन डी की कमी होती है।

वैसे तो आज हर इंसान में विटामिन डी की कमी पाई जाती है लेकिन इसका अंतर सभी लोगों में अलग-अलग होता है। इसे आमतौर पर धूप से ही लिया जाता है, लेकिन अब इसके लिए कई दवाएं भी मौजूद हैं।

फल और सब्जियों का ज्यादा करें सेवन

बदलते मौसम में फल और सब्जियों का ज्यादा सेवन करना चाहिए। खासतौर पर हरी सब्जियों का। गाजर, मूली, टमाटर जैसी सब्जियां अधिक मात्रा में लेनी चाहिए क्योंकि इनमें एंटीऑक्सिडेंट तत्व होते हैं, जो शरीर में जमे तत्वों को बाहर निकालने में मदद करते हैं। इसके साथ ही फलों में भी सेहत का राज छिपा होता है, जो बॉडी को फ्रेश रखता है और शरीर को बीमारियों से बचाता है।

बीमार लोगों से दूर रहें

अगर आपकी खुद की तबीयत खराब है तो आप घर पर ही रहकर आराम करें या फिर वर्क फ्रॉम होम कर लें ताकि बाकी लोग बीमार पड़ने से बच जाएं। इसके अलावा अगर आप चेजिंग वेदर में इंफेक्शन से बचना चाहते हैं तो भीड़ भाड़ वाले इलाके में न जाएं। अगर कोई व्यक्ति पहले से ही सर्दी-जुकाम या बुखार से पीड़ित है तो उससे हाथ या गले मिलने से बचें और दूरी बनाकर रखें।

 

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