1-दिल्ली में संक्रमित मरीजों को क्वारंटाइन केंद्र लाना चुनौती, मेडिकल स्टाफ और एंबुलेंस की कमी

नई दिल्ली। दिल्ली में कोरोना संक्रमित मरीजों को अब पांच दिन के लिए क्वारंटाइन केंद्र नहीं जाना होगा, लेकिन सभी मरीजों को एक बार जांच के लिए क्वारंटाइन केंद्र जाना होगा। एलजी के आदेश के बाद सभी को क्वारंटाइन केंद्र तक लाना बड़ी चुनौती होगी। अभी तक सरकार के पास इसे लेकर कोई योजना नहीं है। स्वास्थ्य विभाग के पास मरीजों की संख्या को देखते हुए संसाधन बहुत कम हैं।

हजारों मरीजों के लिए समस्या:कोरोना से संक्रमित मरीजों के लिए नए आदेश से अफरातफरी का माहौल बनेगा। पांच दिन के संस्थागत क्वारंटाइन को तो निरस्त कर दिया, लेकिन सभी कोरोना पॉजिटिव मरीजों को कोरोना केयर सेंटर जांच के लिए लाना अनिवार्य कर दिया है। इससे सबसे बड़ी समस्या यह खड़ी हो गई है कि होम क्वारंटाइन में रह रहे हजारों कोरोना मरीज को कोरोना केयर सेंटर कौन लेकर जाएगा?

2-लद्दाख में चीन नहीं माना तो जवाब देना भारत की मजबूरी, पेंगोंग इलाके में तनाव

नई दिल्ली। भारत और चीन के बीच विवाद में थोड़ी भी नरमी नहीं आई है। भारत ने कुछ प्रमुख सहयोगी देशों को बताया है कि चीन अगर रणनीतिक रूप से अहम इलाकों से नहीं हटता है, तो टकराव फिर से हो सकता है। सूत्रों ने कहा, “अमेरिका सहित कुछ प्रमुख सहयोगी देशों से चीन मसले पर बातचीत भारत की अहम मुद्दों पर मित्र देशों को अपडेट करने की रणनीति का हिस्सा है। इसका मध्यस्थता से कोई लेना देना नहीं है।”

सूत्रों का ये भी कहना है कि भारत के पास सीमित विकल्प हैं। हमारी तरफ से कहीं भी घुसपैठ नहीं हुई है, लेकिन चीनी सैनिक ऐसे इलाकों में जमा है जो हमारे लिए बहुत अहम है और वो चीन की जमीन नहीं है। खासतौर पर सूत्र पेंगोंग इलाके में तनाव की ओर इशारा कर रहे हैं। भारत की स्पष्ट मांग है कि चीन पीछे हटे।

सूत्रों ने कहा कि अगर चीनी सैनिक वहां से नहीं हटते, तो मजबूरी में भारत को कुछ कदम उठाने पड़ेंगे। वे कदम क्या होंगे इसपर सूत्र अभी खुलकर नहीं बोल रहे हैं। सूत्रों ने कहा कि चीन के साथ बैकडोर डिप्लोमेसी में भारत ने न सिर्फ अपना पक्ष मजबूती से रखा है, बल्कि चीन को ये मजबूती से बताया है कि किस तरह से उसने परस्पर सहमति को तोड़ा है। इसके संभावित परिणाम दूरगामी हो सकते हैं ये भी भारतीय पक्ष ने स्पष्ट किया है।

3-झारखंड में सोने के चार नए भंडार होने के संकेत मिले

रांची। झारखंड में सोने के चार नए भंडार होने के संकेत मिले हैं। भारतीय भूगर्भ सर्वेक्षण (जीएसआई) के प्रयोगशालाओं की प्रारंभिक जांच में इसकी पुष्टि हुई है। भारत सरकार के भूतात्विक कार्यक्रम पर्षद ने भी जीएसआई की रिपोर्ट को हरी झंडी मिल गई है। अब यहां जमीन के अंदर स्वर्ण भंडार का पता लगाने के लिए गहन अनुसंधान होगा। इससे पता चल पाएगा कि इन चारों स्थानों पर जमीन के नीचे सोने की कितनी मात्रा है।

झारखंड में पहली बार सिमडेगा जिले में भी स्वर्ण भंडार के संकेत मिले हैं। यह सिमडेगा के करसई प्रखंड के सागजोग बागबेड़ा गांव के पास है। जीएसआई के ताजा परीक्षण में जमशेदपुर के कोकपाड़ा और चिरूगोड़ा में भी सोना पाए जाने के प्रमाण मिले हैं। कोकपाड़ा धालभूमगढ़ प्रखंड में है और चिरूगोड़ा गम्हरिया प्रखंड में है। सरायकेला-खरसावां के बच्चनकोचा और हलेन रघुनाथपुर गांवों के पास भी सोने के होने की संभावना है। ये गांव नीमडीह प्रखंड में हैं।

जीएसआई को भारत सरकार की अनुमति मिलते ही अब यहां स्वर्ण भंडार के आकलन की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। जीएसआई को यह भी बताना होगा कि स्वर्ण अयस्क के खनन के बाद किस रासायनिक प्रक्रिया से यहां ज्यादा शुद्ध सोना कम लागत में निकाला जा सकता है। जीएसआई के सूत्रों ने बताया कि इन चारों स्थानों पर उत्तम गुणवत्ता वाले सोने मिलने के अनुमान हैं।

4-आंसुओं से भी फैल सकता है कोरोना वायरस का संक्रमण, स्टडी में दावा

नई दिल्ली। कोरोना वायरस का संक्रमण आंसुओं से भी फैल सकता है। बैंगलोर मेडिकल कॉलेज एंड रिसर्च सेंटर और विक्टोरिया हॉस्पिटल के संयुक्त अध्ययन में यह दावा किया गया है। शोधकर्ताओं का कहना है कि आंसुओं में भी कोरोना वायरस का आरएनए पाया जा सकता है। अभी तक हम जानते हैं कि कोरोना वायरस ड्रॉपलेट और ऐरोसोल से ही फैलता है।

शोधकर्ताओं ने 45 कोविड संक्रमित मरीजों पर यह परीक्षण किया। उन्होंने पाया कि एक मरीज के कंजंक्टिवा स्वाब में कोविड वायरस पाया गया, 24 वर्षीय युवक था जो लक्षणविहीन संक्रमण से पीड़ित था। इस आधार पर शोधकर्ता अंबिका रंगिया का कहना है कि कंजंक्टिवा स्वाब में कोविड वायरस मिलने की संभावना बेहद कम है पर डॉक्टरों को संक्रमित मरीज की आंखों की जांच के समय सावधानी बरतनी चाहिए। इसी तरह नेत्ररोगों के मरीजों का इलाज करते समय नेत्र चिकित्सकों को सतर्क रहना चाहिए।

5-‘एक्स-एनडीए ब्रेव हार्ट्स’ में शामिल हुए गलवान के हीरो कर्नल बाबू

पुणे। पूर्वी लद्दाख में चीनी सेना के साथ झड़प में शहीद हुए कर्नल बी. संतोष बाबू को राष्ट्रीय रक्षा अकादमी ने शनिवार (20 जून) को श्रद्धांजलि दी और उन्हें ‘एक्स एनडीए ब्रेव हार्ट्स’ में शामिल किया। गलवान घाटी में 15 जून की रात चीनी सैनिकों के साथ हुई झड़प में शहीद हुए 20 भारतीय सैनिकों में कर्नल बाबु भी शामिल थे। उन्होंने अपनी शिक्षा एनडीए से पूरी की थी।

एनडीए ने एक बयान में कहा, ”शहीद कर्नल बी. संतोष बाबू, 16वीं बिहार रेजीमेंट, राष्ट्रीय रक्षा अकादमी के 105 पाठ्यक्रमों के छात्र रह चुके हैं, ड्यूटी के दौरान 15/16 जून 2020 की दरमियानी रात पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी में चीनी सैनिकों के झड़प में वह शहीद हुए। अभूतपूर्व परिस्थितियों में उनकी बहादुरी, नेतृत्व और प्रतिबद्धता एक एक्स-एनडीए अफसर की पहचान है।

6.सत्यनारायण, धनेन्द्र, अरुण वोरा, समेत पांच विधायकों की होगी ताजपोशी, 12 निगम-मंडलों में जल्द होगी राजनीतिक नियुक्तियां

रायपुर। छत्तीसगढ़ में कांग्रेस सरकार बनने के 18 माह बाद होने वाली राजनीतिक नियुक्तियों में पांच विधायकों की भी ताजपोशी की जाएगी। वरिष्ठ आैर तेज तर्रार विधायकों को जवाबदारी देने के बहाने सरकार अपने आपको भी मजबूत करने की तैयारी में है। बताया जा रहा है कि 10 से 12 निगम मंडलों की सूची जल्द ही जारी की जाएगी।


जिन विधायकों को निगम-मंडलों में पद देने के संकेत हैं, उनमें सत्यनारायण शर्मा, रामपुकार सिंह, धनेन्द्र साहू, अरूण वोरा के नाम शामिल हैं। दरअसल मंत्री नहीं बनाए जाने से नाराज विधायकों को खुश करने के लिए कैबिनेट मंत्री का दर्जा देने के लिए यह नियुक्तियां की जाएंगी। वरिष्ठ विधायकों को वरिष्ठ मंत्रियों के साथ वाले निगम-मंडल और आयोग की जिम्मेदारी देने की चर्चा है, ताकि उनके बीच आपसी मतभेद की स्थिति पैदा न हो। वहीं पांचवे विधायक के रुप में अमितेष शुक्ल या विकास उपाध्याय में किसी एक नाम पर मुहर लग सकती है। इसी तरह संगठन की आेर से पहली सूची में जिन नामों पर मुहर लगने के संकेत हैं उनमें धनेश पाटिला, रामगोपाल अग्रवाल, गिरीश देवांगन और सुरेन्द्र शर्मा के नाम शामिल हैं।

7.नगरीय निकायों में जल्द होगी एल्डरमैन की नियुक्ति, पहले रायपुर, दुर्ग, बिलासपुर में

रायपुर। निगम-मंडल के साथ ही राज्य के सभी नगरीय निकायों में एल्डरमैनों की जल्द ही नियुक्तियां की जाएंगी। चुनाव के समय कुछ निकायों में नियुक्तियां की जा चुकी हैं लेकिन अब शेष निकायों में नियुक्तियां होंगी। रायपुर, दुर्ग, बिलासपुर जैसे बड़े निगमों में पहले नियुक्तियां की जाएंगी।


रविवार को सुबह से पुनिया के एक निजी होटल में मरकाम के साथ बैठक हुई। वहां पंचायत मंत्री टीएस सिंहदेव भी पहुंचे।
निगम-मंडल और आयोगों में पद के लिए तीन क्राइटेरिया तय किया गया है। इनमें अध्यक्ष पद के दावेदारों को ए कैटेगरी, उपाध्यक्षों काे बी और सदस्यों को सी कैटेगिरी में रखा गया है। इनमें संगठन से जुड़े नेताओं, आए आवेदनों और मंत्रियों, विधायकों की आेर मिले नामों पर विचार किया गया। इन नामों को अलग-अलग कैटेगिरी में रखा गया है।

8.स्वच्छ शहर अंबिकापुर ने कचरे से कमाए साढ़े छह करोड़ रुपए

अंबिकापुर। छत्तीसगढ़ के अंबिकापुर का नाम यूं ही स्वच्छता के क्षेत्र में अव्वल नहीं है। यहां की महिलाओं ने शहर को स्वच्छता के क्षेत्र में अपने दम पर मुकाम पर पहुंचाया है। पूरी दुनिया के लिए कचरा एक परेशानी है, लेकिन इस शहर के लिए कचरा आय का जरिया है। शहर के 27 हजार घरों में डोर-टू-डोर कचरा संग्रहण करने के बाद 20 एसएलआरएम सेंटरों में इसकी छंटाई होती है।


सूखे कचरे की छंटाई के बाद 155 प्रकार का कचरा निकलता है। सूखा कचरा आमदनी का बड़ा जरिया बनता है और चार सालों में साढ़े छह करोड़ तक का कचरा इन महिलाओं ने नगर निगम अंबिकापुर के माध्यम से पंजीकृत कबाड़ियों को बेचा है।

9.माशिमं सचिव के नाम से रिजल्ट की तारीख वाला फर्जी पत्र, पुलिस जांच में जुटी

रायपुर। छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मंडल (माशिमं) के सचिव प्रोफेसर वीके गोयल के नाम से रिजल्ट की तारीख तय करने वाला वायरल फर्जी पत्र के मामले में पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। प्रो. गोयल ने फर्जी पत्र जारी होने की शिकायत एससपी आरिफ शेख से की थी। पुलिस मामले में जांच कर रही है। प्रो. गोयल का कहना है इस पत्र में उनके हस्ताक्षर नहीं हैं। इसमें सील भी लगी हुई है। इसमें बताया गया था कि 10वीं-12वीं बोर्ड परीक्षा का रिजल्ट 20 जून को जारी होगा, जबकि ऐसा कोई पत्र जारी ही नहीं किया गया था।

10.71 विदेश से लौटे, 10 पॉजिटिव मिले तो मचा हड़कंप, 51 की रिपोर्ट का इंतजार

रायपुर। राजधानी में रूस से लौटे 10 मेडिकल छात्र कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। इसके बाद क्वारंटाइन 51 विदेशी यात्रियों का सैंपल लेकर स्वास्थ्य विभाग ने जांच के लिए भेजा है। जिला स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के अनुसार रूस से लौटे संक्रमित मेडिकल छात्रों में एक 25 वर्ष का है। बाकी नौ मरीज 23 वर्ष से कम के हैं। सभी ए-सिमटोमेटिक हैं। यानी किसी तरह का लक्षण नहीं है, लेकिन पॉजिटिव हैं।

एम्स में एक चिकित्सक और दो नर्सिंग स्टाफ, उत्तर प्रदेश से लौटा एक व्यक्ति एमपी होटल में पॉजिटिव मिला। टाटीबंध, कालीबाड़ी, खमतराई से एक-एक संक्रमित सामने आए हैं। जानकारी मिलने के बाद सभी को अस्पताल में भर्ती कराया गया। संबंधित क्षेत्र को कंटेनमेंट जोन घोषित कर दिया गया है। अधिकारियों ने बताया कि विदेश से लौटे 71 लोगों को रायपुर में क्वारंटाइन किया गया है। इनमें से 10 की जांच रिपोर्ट पॉजिटिव मिली है। 51 लोगों का सैंपल लेकर जांच के लिए भेजा गया है। विदेश से लौटे 200 यात्रियों की जानकारी स्वास्थ्य विभाग के पास पहुंच गई है।