टीआरपी डेस्क। BJP VS Congress: मई 2014 में नरेंद्र मोदी भारत के प्रधानमंत्री बने। दिसंबर 2017 में जब भाजपा (BJP) गुजरात और हिमाचल में जीती, तो प्रधानमंत्री मोदी ने संसदीय दल की बैठक में कहा था, ‘इंदिरा गांधी जब सत्ता में थीं, तो कांग्रेस (Congress) की सरकार 18 राज्यों में थी, लेकिन जब हम सत्ता में हैं तो हमारी सरकार 19 राज्यों में हैं।’ मोदी ने जब ये बात कही थी, उसके अगले तीन महीने में यानी मार्च 2018 तक BJP 21 राज्यों में पहुंच चुकी थी। यही भाजपा का पीक था। उस समय भाजपा और उसके सहयोगियों की सरकार देश की 70% आबादी पर राज कर रही थी। अगर इसमें केंद्र शासित प्रदेश भी जोड़ लें, तो ये आंकड़ा 71% के पार पहुंच जाता है। 80% इलाके पर भाजपा और उसके सहयोगी दल काबिज थे।

BJP ने ढाई साल में 4 राज्य गंवाए, 3 में मुश्किल से वापसी

मार्च 2018 के बाद से भाजपा का विजयरथ कर्नाटक से रुकना शुरू हुआ। कर्नाटक में मई 2018 में चुनाव हुए। भाजपा के येदियुरप्पा ने शपथ भी ले ली, लेकिन बहुमत नहीं होने की वजह से इस्तीफा देना पड़ा। हालांकि, एक साल में ही कांग्रेस और जनता दल (सेक्युलर) के कुछ विधायक भाजपा में आ गए। तब जाकर कहीं कर्नाटक में भाजपा की वापसी हो पाई। इसी तरह दिसंबर 2018 में जब मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में विधानसभा चुनाव हुए, तो भाजपा के हाथ से ये तीनों राज्य फिसल गए। मार्च 2020 में मध्य प्रदेश में कर्नाटक जैसे ही कांग्रेस के 22 विधायक भाजपा में आ गए और 15 महीने बाद भाजपा की वापसी हो पाई। अक्टूबर 2019 में हरियाणा में भी भाजपा हार ही गई थी। पिछले ढाई साल में भाजपा चार बड़े राज्य गंवा चुकी है। इसमें छत्तीसगढ़, राजस्थान, महाराष्ट्र और झारखंड शामिल हैं।

17 राज्यों में एनडीए, 14 में भाजपा के सीएम या डिप्टी सीएम

फिलहाल भाजपा और उसके सहयोगियों की सरकारें 17 राज्यों में हैं। इनमें से 13 राज्यों में भाजपा का सीएम है, जबकि एक में डिप्टी सीएम है। इन 17 राज्यों में देश की 49% आबादी रहती है। वहीं, क्षेत्रफल के लिहाज से देखें तो 52% क्षेत्र पर भाजपा और उसके सहयोगी हैं।

इंदिरा गांधी के समय 94% इलाके पर Congress काबिज

आजादी के बाद पहला आम चुनाव 1951-52 में हुआ था। आजादी के बाद से लेकर 1967 तक देश में एक साथ ही लोकसभा और विधानसभा चुनाव हुआ करते थे। 1967 तक ही देश में Congress के अलावा और कोई विकल्प ही नहीं था। इसलिए पूरे देश पर एक तरह से कांग्रेस का ही राज था। 1951-52 में कांग्रेस केंद्र के साथ-साथ देश के 21 राज्यों में भी थी। हालांकि, उस समय देश आजाद ही हुआ था और कई सारी रियासतें शामिल भी नहीं हुई थीं। 1967 में पहली बार कांग्रेस को चुनौती मिली। तब कांग्रेस 11 राज्यों में सिमट गई। लेकिन, 1971 में इंदिरा गांधी के समय कांग्रेस फिर से मजबूत हुई। तब कांग्रेस 17 राज्यों में थी। देश की 88% आबादी और 94% इलाके पर कांग्रेस काबिज थी।

अभी सिर्फ 5 राज्य और एक केंद्र शासित प्रदेश में Congress

इस समय कांग्रेस और उसके सहयोगियों की सरकार सिर्फ 5 राज्य और एक केंद्र शासित प्रदेश में है। सिर्फ राजस्थान, छत्तीसगढ़ और पंजाब में ही कांग्रेस अपने दम पर है। बाकी महाराष्ट्र और झारखंड में सरकार में सहयोगी है। केंद्र शासित पुड्डुचेरी में कांग्रेस और द्रमुक सरकार में है। इस समय कांग्रेस की सबसे बड़ी जरुरत पीएम मोदी को टक्कर देने लायक चेहरा ढूंढने को लेकर बनी हुई है।

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