UGC का बड़ा फैसला, अब CA-CS की पोस्ट ग्रेजुएशन के बराबर होगी मान्यता, साथ ही PHD करने का मिलेगा मौका
image source : google

टीआरपी डेस्क। अब द इंस्टिट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेट ऑफ इंडिया (ICAI) से CA करने वाले किसी भी विश्वविद्यालय से PHD कर सकेंगे। चार्टर्ड अकाउंटेंट, कंपनी सेक्रेटरी या कॉस्ट एंड वर्क्स अकाउंटेंट पास कैंडिडेट्स की क्वालिफिकेशन अब पीजी डिग्री के बराबर होगी। दरअसल UGC ने CA की डिग्री को स्नातकोत्तर के समकक्ष माना है। बता दें, अब तक सीए करने वाले छात्र आईआईएम व उन्हीं विश्वविद्यालयों से PHD कर पाते थे। जिनके साथ आईसीएआई का करार था, लेकिन अब उनके लिए कहीं से भी PHD करने के दरवाजे खुल चुके हैं।

CA-CS स्टूडेंट्स को मिलेगा UGC नेट में शामिल होने का मौका

यूनिवर्सिटी ग्रांट्स कमीशन (UGC) ने यह फैसला इंडियन चार्टर्ड अकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया (ICAI), इंस्टीट्यूट ऑफ कंपनी सेक्रेटरीज ऑफ इंडिया (ICSI) और इंस्टीट्यूट ऑफ कॉस्ट अकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया की अपील पर किया है। UGC के इस फैसले के बाद सीए के तीन लाख और सीएस के ढाई लाख स्टूडेंट्स को यूजीसी नेट में शामिल होने के साथ ही PHD करने का भी मौका मिलेगा।

ICAI के अनुसार अब तक देश के 106 विश्वविद्यालयों, दो आईआईटी व सात आईआईएम के साथ करार था। इस कारण वहां CA कर चुके विद्यार्थी आसानी से PHD की पढ़ाई कर सकते थे। लेकिन यूजीसी द्वारा सीए की डिग्री को स्नातकोत्तर (PG) के समकक्ष माने जाने के कारण देश के किसी भी विश्वविद्यालय से PHD की जा सकेगी।

स्टूडेंट्स के लिए अंतरराष्ट्रीय बाजार में खुलेंगे नौकरी के दरवाजे

साथ ही वह विश्वविद्यालय अनुदान आयोग की द्वारा आयोजित होने वाली राष्ट्रीय पात्रता परीक्षा (NET) में भी बैठ सकेंगे। वहीं वह देश के किसी भी विश्वविद्यालय में जूनियर रिसर्च फेलोशिप (JRF) व सहायक प्रोफेसर के योग्य बन जाएंगे। ICAI अध्यक्ष निहार एन जंबूसरिया ने कहा कि पीजी की यह समानता सीए कर चुके उम्मीदवारों के लिए अंतरराष्ट्रीय बाजार में विभिन्न नौकरी के दरवाजे खोलेेगी। इससे भारत को दुनिया भर में मान्यता मिलेगी। वहीं इससे उच्च अध्ययन के लिए विदेश जाने के इच्छुक सीए को सहायता मिलेगी।

उन्होंने कहा कि व्यापक व्यवहारिक और तकनीकी ज्ञान से लैस चार्टर्ड अकाउंटेंट अकाउंटेंसी व कॉमर्स के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण योगदान दे सकते हैं। इससे लेखा और वाणिज्य के क्षेत्र में अनुसंधान कार्य को भी बल मिलेगा। ICAI ने UGC से CA की डिग्री को पीजी के समकक्ष माने जाने पर विचार करने का अनुरोध किया था। इसके लिए UGC ने पिछले साल एक विशेषज्ञ समिति का गठन किया था।

दो साल बाद UGC से मिली मान्यता

इस बारे में ICAI के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि एमकाॅम और एमबीए के तुलना में सीए और सीएस का सिलेबस ज्यादा विस्तृत होता है। इस डिग्री को पास करने के लिए कठिन परीक्षाएं देनी होती हैं। इसलिए ICSI के साथ मिलकर हम पिछले दो सालों से यूजीसी से इसे मान्यता देने की अपील कर रहे हैं। वहीं ICAI के सीसीएम धीरज खंडेलवाल ने सोशल मीडिया अकांउट के जरिए इस बारे में जानकारी दी।

देश के 109 विश्वविद्यालय सीए, सीएस और आईसीडब्ल्यूए के स्टूडेंट्स को पोस्ट ग्रेजुएट मानकर PHD ऑफर कर रहे हैं, लेकिन यूजीसी से कोई भी निर्देश न मिलने पर कुछ यूनिवर्सिटी PHD कराने से मना कर रहे थे। इसके चलते ICAI और ICSI पिछले दो सालों से यूजीसी से यह मांग कर रहे थे। इस साल सीए इंटरमीडिएट की परीक्षाएं 22 मई और फाइनल परीक्षाएं 21 मई से शुरू होंगी।

Hindi News के लिए जुड़ें हमारे साथ हमारे फेसबुक, ट्विटरटेलीग्राम और वॉट्सएप पर…