कोरोना की फर्जी रिपोर्ट देने वाले को पुलिस ने किया गिरफ्तार, रिम्स मेडिकल कॉलेज की देता था फर्जी रिपोर्ट
कोरोना की फर्जी रिपोर्ट देने वाले को पुलिस ने किया गिरफ्तार, रिम्स मेडिकल कॉलेज की देता था फर्जी रिपोर्ट

रायपुर। कोरोना काल में हर तरफ फर्जीवाड़ा होने लगा है। राजधानी रायपुर की मंदिर हसौद पुलिस ने एक ऐसे युवक को हिरासत में लिया है जो लोगों को कोरोना की फर्जी रिपोर्ट दिया करता था। इस नकली लैब टेक्निशियन से पुलिस पूछताछ कर रही है।

“रिम्स” के नाम पर लोग कर लेते थे भरोसा

मिली जानकारी के मुताबिक आरोपी टेक्निशियन 2 से, ढाई हजार रुपए तक लेकर लोगों को रिपोर्ट देता था।  आरोपी रायपुर के मंदिर हसौंद थाना इलाके के रिम्स मैडिकल कॉलेज के नाम रिपोर्ट देता था, इसलिए लोग उस पर भरोसा कर लेते थे।

पीड़ित परिवार ने किया पुलिस के हवाले

  • बताया जा रहा है कि आरोपी ने शहर के तेलीबांधा समेत कई इलाकों में जाकर कोरोना का टेस्ट किया है। वहीं इस मामले का खुलासा तब हुआ जब एक पीड़ित ने दूसरे जगह जांच कराई। इसके बाद पीड़ित के परिजनों ने उसे पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया। मंदिर हसौद टी आई ने टी आर पी न्यूज़ को बताया कि रिम्स प्रबंधन ने आरोपी रेशम मगलेशकर द्वारा दी गई रिपोर्ट को फर्जी बताया है, और प्रबंधन की ओर से इस मामले में एफआईआर दर्ज कराया जा रहा है।

फर्जी रिपोर्ट से लोगों को हुआ नुकसान

  • आरोपी रेशम मगलेशकर उर्फ विजय को मंदिर हसौंद थाना पुलिस हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। पूछताछ में पता चला है कि आरोपी रेशम पूर्व में किसी लैब में काम करता था, फिलहाल वह अपने आप को लैब टेक्निशियन बताकर घरो में जाकर कोरोना टेस्ट करता था। बहरहाल मामले की जांच हो रही है, और इसके बाद ही खुलासा हो सकेगा कि आरोपी ने किस तरह फर्जीवाड़ा किया और उसके साथ इस कार्य मे कोई और तो शामिल नहीं था।

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