अनशन इम्पैक्ट : अधिकारी के अनशन के बाद हरकत में आया विभाग, रायपुर से संचालक पहुंची महासमुंद, 02 पर्यवेक्षक निलंबित, महिला समूह बर्खास्त
अनशन इम्पैक्ट : अधिकारी के अनशन के बाद हरकत में आया विभाग, रायपुर से संचालक पहुंची महासमुंद, 02 पर्यवेक्षक निलंबित, महिला समूह बर्खास्त

महासमुंद।  महिला एवं बाल विकास विभाग मे मुख्यमंत्री कन्यादान विवाह योजना एवं रेडी टू ईट योजना में हुए 30 लाख रुपये के भ्रष्टाचार को लेकर महिला एवं बाल विकास अधिकारी सुधाकर बोंदले द्वारा किये जा रहे अनशन के मामले मे विभाग ने बड़ी कार्रवाई की है। यहाँ हुई गड़बड़ी की तत्काल जाँच के बाद विभाग के 02 पर्यवेक्षकों को निलंबित कर दिया गया, वहीँ 02 महिला समूहों पर बर्खास्तगी की गाज गिरी।

संचालक के नेतृत्व में जाँच टीम पहुंची महासमुंद

महिला एवं बाल विकास विभाग की सचिव ने संचालक दिव्या मिश्रा की अध्यक्षता मे एक टीम गठित की थी, इस टीम ने आज महासमुंद पहुंचकर दोनों प्रकरणों की जांच की। यहाँ अनशन करने वाले महिला एवं बाल विकास अधिकारी सुधाकर बोंदले ने टीम को वस्तुस्थिति से अवगत कराया। साथ ही जिला कार्यक्रम अधिकारी और अन्य लोगो से भी पूरी जानकी ली गई।

जाँच के तत्काल बाद कार्रवाई

अधिकारी के अनशन का मामला हाई प्रोफाइल होने के चलते महिला एवं बाल विकास विभाग में तो क्या प्रदेश के किसी भी शासकीय विभाग में पहली बार चंद घंटो के भीतर ही मामले की जाँच और तुरत-फुरत कार्रवाई भी हो गई। यहाँ कलेक्टर के सभागार में आयोजित प्रेसवार्ता मे महिला एवं बाल विकास विभाग की संचालक दिव्या मिश्रा ने बताया कि उनके द्वारा रेडी टू ईट मामले मे महासमुंद सेक्टर के तीन महिला स्व सहायता समूह द्वारा बनाये जा रहे रेडी टू ईट की जांच की गयी, जिसमे दो प्रगति महिला स्व सहायता समूह बरोंडा बाजार एवं एकता महिला स्व सहायता समूह लभराखुर्द मे गडबडी पाये जाने के बाद उन्हे बर्खास्त कर दिया गया और संबंधित दो पर्यवेक्षक शशि जयसवाल एवं दीपमाला तारक को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है ।

विवाह योजना के भुगतान पर लगा दी रोक

मुख्यमंत्री कन्यादान विवाह मामले मे वर्ष 2019- 20 व 2020-21 मे वितरण किये सामानो मे प्रथम दृष्टया अनियमितता की आशंका के चलते भुगतान पर रोक लगा दी गई है और जिला कार्यक्रम अधिकारी मनोज सिन्हा से विस्तृत प्रतिवेदन मांगा गया है । उसके बाद जांच टीम हितग्राहियो से मिलकर दिये गये सामानो की जांच भी करेगी ।

लस्सी पिलाकर तुड़वाया अनशन

एक दिन पूर्व ही अनशन शुरू करने वाले महिला एवं बाल विकास अधिकारी सुधाकर बोंदले ने अधिकारियों की समझाइश के बावजूद अपना अनशन नहीं तोडा था। विभाग की संचालक ने जहाँ सुधाकर बोंदले को लस्सी पिलाकर उनका अनशन तुड़वाया, वही सुधाकर बोंदले ने मीडिया से कहा कि वे जांच और की गई कार्रवाई से संतुष्ट हैं।

भाजपा सांसद सरोज पांडेय ने की मंत्री को बर्खास्त करने की मांग

उधर इस मामले में विपक्ष काफी मुखर हो गया है। पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह के बाद अब भाजपा सांसद सरोज पांडेय ने बड़ा आरोप लगते हुए कहा है कि महिला एवं बाल विकास विभाग में हो रहे भ्रष्टाचार में विभागीय मंत्री की संलिप्तता है, और मंत्री को बचाने की कोशिश की जा रही है। सांसद सरोज पांडेय ने दावा किया कि मंत्री के पास करोडो की राशि जाती रही है। उन्होंने मंत्री को बर्खास्त करने की भी मांग की। सरोज पांडेय का यह भी कहना है कि सरकार की बनाई जांच कमेटी महज नाटक है, बल्कि उच्च न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश की निगरानी में जांच कमेटी बनाई जाये।

Hindi News के लिए जुड़ें हमारे साथ हमारे फेसबुक, ट्विटरटेलीग्राम और वॉट्सएप पर

Trusted by https://ethereumcode.net