थाना प्रभारी
थाना प्रभारी महीने भर से हैं जेल में, किसी को नहीं थी कानों-कान खबर

सिंगरौली । मध्य प्रदेश के सिंगरौली जिले के गढ़वा थाने में पदस्थ एक थाना प्रभारी महीने भर से यू पी की जेल में है लेकिन किसी को कानो कान इसकी किसी को खबर तक नहीं लगी, जानकारी मिलने पर आनन-फानन में विभाग ने थाना प्रभारी को निलंबित जरूर कर दिया है।

जानकारी मिली है कि गढ़वा थाने में पदस्थ थाना प्रभारी शंखधर द्विवेदी 15 अप्रैल 2021 से यू पी की जेल में बंद हैं। थाना प्रभारी सिंगरौली से 5 दिन का अवकाश लेकर जिले से निकले थे, लेकिन जब थाना प्रभारी छुट्टी खत्म होने के बाद भी थाने नहीं पहुंचे तो रोजनामचा रजिस्टर में इनकी अनुपस्थिति दर्ज होनी शुरू हो गई। इसकी भनक जब जिला मुख्यालय तक पहुंची तो विभागीय अधिकारियों ने थाना प्रभारी की खोज खबर लेनी शुरू की, तब कहीं जाकर पता चला कि मामला उत्तर प्रदेश के बनारस के थाना फूलपुर का है, जहां पर अपराध क्रमांक 37/ 97 धारा 364, 304, 506 भारतीय दंड विधान के प्रकरण में मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट वाराणसी के न्यायालय द्वारा निरीक्षक शंखधर द्विवेदी को 15/ 4/ 2021 को जेल रिमांड पर भेजा गया है।

इस सूचना के बाद आनन-फानन में सिंगरौली पुलिस अधीक्षक ने थाना प्रभारी शंखधर द्विवेदी को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया। यह आदेश मध्यप्रदेश सिविल सेवा नियम 1966 के नियम 9(2) के प्रावधान के अनुसार उक्त आपराधिक प्रकरण में 48 घंटे से अधिक जेल अभिरक्षा में निरुद्ध किए जाने पर निरीक्षक शंखधर द्विवेदी थाना प्रभारी गढ़वा को निलंबित किया जा चुका है।

व्यवसायी की कस्टडी में मौत का है मामला

बताते हैं कि पूरा मामला शहडोल जिले से जुड़ा हुआ है जहां पर निरीक्षक शंखधर द्विवेदी पदस्थ थे। 2009 में थाना प्रभारी शंखधर द्विवेदी ने बनारस के एक प्रतिष्ठित व्यवसाई को पकड़ा और उनकी कस्टडी के दौरान व्यापारी की मौत हो गई यह मामला लंबे समय से ट्रायल पर चल रहा था। उसी मामले पर मृतक की पत्नी ने परिवाद दायर किया और थाना प्रभारी जेल में हैं, हालांकि इस मामले की अभी पुष्टि नहीं हो पाई है लेकिन विभागीय आदेश के मुताबिक शंखधर द्विवेदी अभी जेल में है और उन्हें निलंबित कर दिया गया है।

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