ब्रेकिंग: छत्तीसगढ़ में फ्लिपकार्ट के साथ धोखाधड़ी करने वाला गैंग पकड़ाया , पुराने फोन का IMEI नंबर बदल कर नया बता कर लेते थे एक्सचेंज , सभी मुंगेली के रहने वाले

बिलासपुर। फ्लिपकार्ट कंपनी के एक्सचेंज ऑफर में ग्राहक बनकर कंपनी के साथ धोखाधड़ी करने वाले गिरोह को बिलासपुर पुलिस ने पकड़ा है। पकड़े गए आरोपी ऑफर का लाभ लेने के लिए पुराने मोबाइल का IMEI नंबर बदल देते और उसे नया बताकर एक्सचेंज कर लेते थे। पकड़े गए युवक महज मोबाइल रिपेयरिंग का काम करते हैं। जिन्होंने यू-ट्यूब से IMEI नंबर बदलने का तरीका सीखा और जालसाजी की घटना करने लगे।

सभी आरोपी मुंगेली जिले के रहने वाले हैं। गिरफ्तार आरोपियों में अजय दावड़ा पिता कन्हैया लाल दावड़ा उम्र 33 वर्ष निवासी सिंधी कॉलोनी मुंगेली,दुर्गेश कुमार वर्मा पिता राजकुमार वर्मा उम्र 31 साल निवासी पथरिया, अनमोल सोनकर पिता जवाहर सोनकर उम्र 33 साल निवासी दाउपारा मुंगेली व प्रमोद पाण्डेकर पिता निर्मल पाण्डेकर उम्र 23 साल निवासी दाउपारा मुंगेली शामिल हैं।

पुलिस मामले का खुलासा करते हुए बताया कि ऑनलाइन शॉपिंग कंपनी फ्लिपकार्ट के लाजिस्टिक कंपनी विली रतनपुर ओडीएच (out soursing delivery hub ) में हब इंचार्ज के पद पर कार्यरत रोशन खान ने सरकंडा थाने में शिकायत दर्ज कराई थी। इसमें बताया गया कि ऑनलाइन शॉपिंग साइट कंपनी फ्लिपकार्ट में एक्सचेंज ऑफर चल रहा है।

जिसके तहत ग्राहक अपने पुराने सामान या मोबाइल आदि को ऑफर के तहत बदल कर नए सामान या मोबाइल ले सकते हैं। कंपनी द्वारा ग्राहकों से ऑनलाइन मोबाइल का मॉडल तथा IMEI पूछकर मूल्य का निर्धारण किया जाता है और इसके एवज में नए मोबाइल फोन को कम कीमत पर ग्राहकों को उपलब्ध कराया जाता है।

इस बीच कंपनी को पता चला कि ऑफर के तहत अधिकतर मोबाइल चकरभाटा व पुराना बस स्टैंड के साथ ही रायपुर-भिलाई में अलग-अलग नाम पते एवं मोबाइल नंबर पर डिलीवर हुए हैं। इस तरह से 100 से अधिक मोबाइल फोन डिलीवर उन्हीं क्षेत्र में हुई है।

कंपनी को पता चला कि मोबाइल के IMEI गलत है एवं उनके मॉडल भी अलग हैं। कंपनी के साथ लाखों रुपए की धोखाधड़ी की जा रही है। इस पर पुलिस की साइबर सेल ने जांच शुरू कर दी। जांच में कई चौंकाने वाले तथ्य सामने आए।

इस दौरान पुलिस ने करीब आधा दर्जन संदेहियों को पकड़कर पूछताछ की, तब मुंगेली के रहने वाले मास्टर माइंड दुर्गेश वर्मा व अजय दावड़ा का पता चला। उनके साथ गिरोह के दो अन्य सदस्य भी पकड़े गए हैं। उनके पास से नए पुराने मोबाइल सहित 25 लाख का माल जब्त किया गया है।

मोबाइल रिपेयरिंग करते-करते बन गया जालसाज

वारदात को अंजाम देने वाले मास्टर माइंड दुर्गेश वर्मा व अजय दावड़ा ने बताया कि पूर्व में उनका अजय मोबाइल के नाम से दुकान थी। जो 8-10 महीने से बंद है। फ्लिपकार्ट द्वारा दिए जा रहे एक्सचेंज ऑफर की उन्हें पहले से जानकारी थी। इसका फायदा उठाने के लिए उन्होंने सैमसंग के पुराने स्मार्ट फोन को रायपुर, बिलासपुर, भिलाई के दुकानों से कम दामों में खरीद कर उसमें पुराने खरीदे हुए मोबाइल के IMEI नम्बरों को बदलने लगे।

पुराने मोबाइल में महंगे मोबाइल के IMEI में फिक्स कर फ्लिपकार्ट को एक्सचेंज ऑफर के तहत भेजकर नए महंगे मोबाइल मंगवाकर उन्हें अच्छी कीमत में बेच देते थे। गिरोह के सदस्यों ने अब तक 100 से अधिक मोबाइल मंगा कर बेच दिए है। आरोपियों से के पास से 2 लैपटॉप, 80 नए मोबाइल, 72 पुराना मोबाइल, 25 फ्लिप कवर, 1 मोबाइल चार्जर, 9 सिम कार्ड, साफ्टवेयर octa plus drive जब्त किए गए हैं।