बर्बरताः जनहित में RTI लगाने की मिली भयावह सजा, दोनों पैर व एक हाथ तोड़े, पैरों में हथौड़े से लोहे की कीलें ठोंक दी गईं

टीआरपी डेस्क। बाड़मेर, राजस्थान के आरटीआई कार्यकर्ता अमराराम गोदारा का अपहरण कर उसके साथ बेरहमी से मारपीट करने की घटना सामने आई है। RTI कार्यकर्ता अमराराम ने पुलिस को रिपोर्ट दी कि वह 21 दिसंबर को शाम 7 बजे जोधपुर से वापस अपने गांव आया था।

बस से उतर कर पैदल अपने गांव जो रहा था। इसी दौरान एक सफेद स्कार्पियो में 6 लोग मुंह बांधे हुए उतरे और उसे पकड़ गाड़ी में डाल दिया। अपहरण कर सुनसान जगह पर ले गए। बदमाशों ने कहा पिछले काफी दिनों से कुंपलिया पूर्व सरपंच नगराज, वर्तमान सरपंच ममता, मानाराम पुत्र भोलाराम, नेमाराम लखारा शराब ठेकेदार पेरऊ के खिलाफ शिकायतें और RTI लगा रहे हो। आज जिंदा नहीं छोड़ेंगे। बदमाशों ने सरियों, लाठियों, चेन, वायर से उसके साथ मारपीट की। इसके अलावा उसके पैरों में कीलें ठोंक दी गईं। आरटीआई कार्यकर्ता बेहोश होकर गिर गया, तब आरोपियों ने मरा हुआ समझ उसी जगह फेंक दिया।

जोधपुर में जारी है इलाज

घायल RTI कार्यकर्ता को परेऊ अस्पताल लाया गया। वहां से प्राथमिक उपचार के बाद उसे बालोतरा रेफर किया गया। वहां पर हालात गंभीर होने के कारण जोधपुर रेफर कर दिया गया। जोधपुर एमडीएम अस्पताल में भर्ती है। SP दीपक भार्गव ने मामले की गंभीरता को देखते हुए ASP नरपतसिंह को जोधपुर अस्पताल भेजा।

मानवाधिकार आयोग ने जवाब मांगा

राजस्थान राज्य मानव अधिकार आयोग के अध्यक्ष जस्टिस गोपाल कृष्ण व्यास ने ओमाराम बंजारा चोटिया पाली के एप्लिकेशन पर नोटिस जारी कर जवाब मांगा है। आयोग ने महानिदेशक पुलिस व SP से जवाब मांगा है कि अमराराम गोदारा के पैरों में कीलें गाड़ने वाले अपराधियों के खिलाफ क्या कार्रवाई की गई है?

सीएमओ ने कलेक्टर व एसपी से मांगी रिपोर्ट

आरटीआई कार्यकर्ता अमराराम गोदारा के साथ हुई मारपीट को लेकर सीएमओ ऑफिस से कलेक्टर व एसपी से तत्थ्यात्मक रिपोर्ट मांगी है। साथ ही निर्देश दिए हैं कि आरोपियों को जल्द गिरफ्तारी किया जाए।

चार आरोपी गिरफ्तार

इस मामले में परेउ जगराम की ढाणी निवासी भुपेंद्र सिंह पुत्र बांकाराम, कुपलिया निवासी खरथाराम पुत्र उम्मदेाराम, परेउ साइयों की ढाणी निवासी आदेश पुत्र लुंभाराम जाट, परेउ जगराम की ढाणी निवासी रमेश कुमार पुत्र वेहनाराम जाट को गिरफ्तार कर लिया। थाने लाने पर पूछताछ करने पर इन्होने अपना जुर्म कबूल किया है।वहीं एफआईआर में नामजद पूर्व सरपंच व सरपंच सहित 3 लोग पुलिस की गिरफ्त से दूर क्यों है?

मैंने कभी ब्लैकमेलिंग के लिए आरटीआई नहीं लगाई

RTI कार्यकर्ता अमराराम का कहना है कि मैंने कभी ब्लैकमेलिंग के लिए आरटीआई नहीं लगाई। मुझे ये लोग वॉट्सऐप कॉलिंग कर धमकियां दे रहे थे कि नगराज व अन्य के खिलाफ आरटीआई लगाना छोड़ दे, नहीं तो हड्डियां तुड़वाएगा।

19 को बीडीओ ने दिया नोटिस, 21 को अपहरण व हमला

सवाल ये है कि कुंपलिया पंचायत के पूर्व सरपंच, वर्तमान सरपंच के खिलाफ शिकायतों के बाद बीडीओ ने 19 दिसंबर को दो वीडीओ को नोटिस जारी किया। इसके बाद राजनीतिक रसूख रखने वाले जनप्रतिनिधियों ने आरटीआई कार्यकर्ता से बदला लेने की योजना बनाई और उसका 21 दिसंबर को अपहरण करवाकर हाथ-पैर तुड़वा दिए।

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