रायपुर। राजधानी में बैंक ऑफ़ बड़ौदा की देवेंद्र नगर शाखा में अस्थायी रूप से काम कर रहे एक चपरासी ने लोगों का भरोसा जीता और फर्जीवाड़ा करके उनके लाखों रूपये उड़ा लिए। मामला जब उजागर हुआ तब उसके भाई ने अपना मकान बेचकर ग्राहकों के पैसे लौटाए, मगर शिकायतों की फेहरिस्त लंबी होती चली गई, तब बैंक प्रबंधन ने आरोपी के खिलाफ FIR दर्ज करा दी।

बैंक ऑफ़ बड़ौदा के शाखा प्रबंधक अनुराग वर्मा ने देवेंद्र नगर थाने में की गई शिकायत में उल्लेख किया है कि बैंक में दैनिक वेतन भोगी के रूप में सफाई और भृत्य का काम करने वाले दुबे कॉलोनी निवासी राहुल कुमार ने ग्राहकों के जाली फिक्सड डिपॉजिट और मोबाइल बैंकिंग के माध्यम से 33 लाख 21 हजार रुपयों की धोखाधड़ी की है। बैंक ग्राहकों की शिकायत की जांच के दौरान इस हेराफेरी का खुलासा हुआ कि उसने मई 2019 से अक्टूबर 2020 के बीच यह गड़बड़ी की।

इस तरह करता था फर्जीवाड़ा

शाखा प्रबंधक अनुराग वर्मा ने बताया कि राहुल कुमार न तो बैंक का नियमित कर्मचारी था और न ही उसे कोई पहचान पत्र जारी किया गया था, मगर लंबे समय तक बैंक में काम करने के चलते ग्राहक उसके ऊपर भरोसा करने लगे थे। यही वजह है कि कई खाताधारक उससे जमा पर्ची, आवेदन पत्र, फॉर्म अदि भरवा लिया करते थे और फिक्सड डिपॉजिट का फॉर्म भी उसके माध्यम से जमा कराया करते थे। लोगों के भरोसे का फायदा उठाते हुए राहुल ने लोगों द्वारा फिक्सड डिपॉजिट के लिए दिए गए चेक से नगदी रकम का आहरण कर लिया, इतना ही नहीं उसने संबंधितों को फिक्सड डिपॉजिट की रसीद हाथों से लिखकर ही दे दी।

मेच्योरिटी के वक्त हुआ खुलासा

बैंक के कुछ ग्राहकों ने जब फिक्सड डिपॉजिट की अवधि पूरी होने के बाद बैंक से रकम निकालने के लिए संपर्क किया तब पता चला कि उन्हें जो रसीदें दी गई, वह तो फर्जी हैं। इस मामले की मुख्यालय द्वारा जाँच की गई तब एक-एक करके 11 ग्राहकों के नाम सामने आये, जिनके फिक्सड डिपॉजिट की पूरी रकम ही राहुल ने उड़ा दी थी।

घर बेचकर लौटाई रकम

बैंक अधिकारियों ने जब राहुल कुमार से पूछताछ की तब उसने कुल 25 लाख रूपये के गबन की बात लिखित में स्वीकार की। इस दौरान राहुल के भाई चन्दन कुमार ने अपना घर बेचकर ग्राहकों की रकम लौटाने बात कही। वादे के मुताबिक चन्दन ने अपना माकन बेचा और 7 ग्राहकों के 20 लाख 25 हजार रूपये चेक के माध्यम से लौटा दिए। मगर इधर कुछ और ग्राहक भी सामने आये, जिनके रकम की भी राहुल कुमार ने ठगी कर ली थी। अब तक ठगी की रकम बढ़कर 33 लाख 21 हजार रूपये हो चुकी थी, जिनमें से 13 लाख रूपये लौटने अभी बाकी हैं।

शिकायतों की फेहरिश्त लंबी होती देख शाखा प्रबंधक अनुराग वर्मा ने मुख्यालय से मार्गदर्शन मांगा और मामले की शिकायत पुलिस में कर दी। देवेंद्रनगर टीआई ने TRP न्यूज़ को बताया कि FIR दर्ज कर मामले की जांच की जा रही है, और फ़िलहाल आरोपी राहुल कुमार की गिरफ़्तारी नहीं हुई है।

बैंक ग्राहकों को अलर्ट रहने की है जरुरत

ठगी की यह घटना उन बैंक ग्राहकों के लिए सबक है, जो किसी पर भी भरोसा करके उनसे बैंक संबंधी काम करवाते हैं और भरोसा करके उन्हें रकम भी सौंप देते हैं। ऐसे में जरुरत है सावधान रहने की और अगर आप किसी के माध्यम से काम करवा भी रहे हैं तो बैंक से इसकी पुष्टि करवा लें कि रकम जमा हुई है भी या नहीं।

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