दिल्ली: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व रक्षा मंत्री एके एंटनी ने राजनीति से संन्यास लेने की घोषणा कर दी है। अब एके एंटनी कोई भी चुनाव नहीं लड़ेंगे। एके एंटनी ने कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी को पत्र लिखकर कहा है कि वह अब सक्रिय राजनीति से संन्यास लेना चाहते हैं। बता दें कि एके एंटनी मौजूदा वक्त में केरल से राज्य सभा सांसद हैं और 2 अप्रैल को उनका कार्यकाल खत्म हो जाएगा। बता दें कि साल 1970 में एके एंटनी पहली बार विधायक बने थे और 52 साल से राजनीति में सक्रिय हैं। 52 साल के शानदार करियर में एके एंटनी ने केंद्रीय मंत्री और केरल के मुख्यमंत्री के रूप में तीन-तीन कार्यकाल में सेवा किया है।

गौरतलब है कि पिछले साल केरल में हुए विधान सभा चुनाव के दौरान एंटनी ने कहा था कि वह अब चुनावी राजनीति से संन्यास लेना चाहते हैं। 81 साल के एके एंटनी ने कहा मैंने सक्रिय राजनीति छोड़ने के बारे में सोनिया जी को जानकारी दे दी है। मैंने कुछ महीने पहले ही सोनिया गांधी को अनौपचारिक रूप से इसकी जानकारी दे दी थी।

दिल्ली छोड़ गृह राज्य जाने की जताई इच्छा

आपको बता दें कि केरल में राज्यसभा के 3 सीटों के लिए 30 मार्च को चुनाव होने हैं। अपने पत्र में इंटरव्यू ने सोनिया गांधी से कहा कि 2 अप्रैल को उनका कार्यकाल खत्म हो रहा है। ऐसे मैं बाहर दोबारा चुनाव नहीं लड़ना चाहते हैं। इसके साथ ही उन्होंने यह भी कह दिया कि अब वह दिल्ली में नहीं रहना चाहते। वह अपने गृह राज्य केरल शिफ्ट हो जाएंगे। 52 साल की लंबी राजनीति के बाद वह इससे दूर हो रहे हैं।

कैसा रहा है राजनीतिक सफर

एंटनी का राजनीतिक सफर कांग्रेस के युवा और छात्र विंग के भी नेता के रूप में शुरू हुआ था। 1970 में वह पहली बार केरल में विधायक बने थे। पूर्व केंद्रीय रक्षा मंत्री एके एंटनी इंदिरा गांधी और राजीव गांधी के कार्यकाल के दौरान कांग्रेस कमेटी के महासचिव रह चुके हैं। इतना ही नहीं, केरल के मुख्यमंत्री के रूप में उन्होंने तीन बार अपनी सेवाएं दी हैं। महज 37 साल की उम्र में वह केरल के मुख्यमंत्री भी बन गए थे। 2004 में एंटनी केंद्र की राजनीति में सक्रिय हुए। उन्हें मनमोहन सिंह की सरकार में रक्षा मंत्री बनाया गया। आज भी कई अहम कमेटियों के वह सदस्य हैं। इसके अलावा पार्टी के कई मसलों में उनकी राय बेहद जरूरी रहती है। 81 वर्षीय एंटनी ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को राज्यसभा में पार्टी का प्रतिनिधित्व करने के लिए दिए गए अवसरों के लिए धन्यवाद दिया।

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