सभी को नियमित करने और तत्काल रोका गया वेतन देने के लिए पत्र लिखा

रायपुर। कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय के दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी लामबंद हो गए हैं। केटीयू के अनियमित कर्मचारियों ने सभी विवादों को दरकिनार करते हुए 2- 3 महीने से अप्राप्त वेतन और नियमितीकरण की तत्काल मांग की है। बीते 15 सालों से अनियमित कर्मचारी के बतौर काम कर रहे सभी 30 दैनिक वेतन भोगी हैं। बता दें की केटीयू प्रबंधन ने बिना स्वीकृति के 28 पदों पर नियुक्ति कर दिया। जबकि मात्र 2 पद ही स्वीकृत थे, ऐसे में पिछले 15 सालों से उक्त अनियमित कर्मचारी काम भी करते रहे और इनको पारिश्रमिक भी निरंतर मिलता रहा। सालों से अस्वीकृत कर्मचारियों के कार्यरत होने और लाखों रोये बतौर सैलरी लेते रहने का खुलासा नए वित्त अधिकारी केटीयू केएल रवि ने पकड़ा तब से पत्रकारिता विश्वविद्यालय में कुलपति, कुलसचिव चुप्पी साध लिए हैं। इधर वित्त अधिकारी केएल रवि ने साफ कर दिया है की वे तब तक सैलरी नहीं बनाएंगे जब तक केटीयू प्रबंधन इन लोगों की गलत नियुक्ति को सुधरेगा नहीं।

पूर्व और वर्तमान की गलती

पूर्व लेखादिखारी वित्त दुर्योधन महानंद के समय से ये गड़बड़ लेनदेन चल रहा था। महानंद तो इससे बच गए और वरिष्ठ लेखाधिकारी के पद पर आयुक्त वाणिज्य कर दफ्तर में पोस्टेड हो गए। इसका खुलासा अपर संचालक संचालनालय कोष एवं लेखा पेंशन नवा रायपुर को केटीयू का नया वित्त अधिकारी का अतिरिक्त प्रभार मिला तब इस घोटाले का राजफाश हुआ।

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कर्मचारियों का कहना है

0 15 वर्षों से केटीयू के आवश्यक कार्य करने के बाद रेग्युलर का नियम है
0 केटीयू के कुलपति, कुलसचिव वित्त अधिकारी कर रहे प्रताड़ित
0 आरक्षित वर्ग के छत्तीगढ़ियों को हटाकर प्लेसमेंट ठेका के चक्कर में है
0 कार्यपरिषद के विरुद्ध आपत्ति लगाने का वित्त अधिकारी को क्या अधिकार है
0 तत्काल केटीयू प्रबंधन रोकी गई पगार और हमें नियक्ति पत्र जारी किया जाये

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