नई दिल्ली। जापान सबसे सुरक्षित देशों में एक माना जाता है। इसके बाद भी जापान के नारा शहर में 8 जुलाई को भाषण शुरू होने के कुछ मिनटों बाद ही जापान के पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे की बीच सड़क पर बदमाशों ने हत्या कर दी। आंबे की हत्या ने वहां की सुरक्षा को लेकर कई सवाल खड़े कर दिए हैं। जापान के पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे की बीच सड़क पर हत्या के बाद भारत सरकार भी अलर्ट हो गई है। इस बीच बड़े नेताओं की सुरक्षा को लेकर टेंशन बढ़ गई है। भारत सरकार ने अब सुरक्षा को लेकर पुख्ता कदम उठाने का फैसला किया है। केंद्र ने सभी सिक्योरिटी एजेंसियों को पत्र लिखकर सुरक्षा पर खास ध्यान देने को कहा है।

वीवीआईपी सुरक्षा की हर ऐंगल पर चर्चा

एक अधिकारी के मुताबिक केंद्रीय गृह मंत्रालय, सेंट्रल इंटेलिजेंस और सुरक्षा एजेंसियों के अधिकारियों ने VVIP सुरक्षा में खामियों से लेकर हर ऐंगल पर चर्चा की थी और फैसला किया कि संबंधित सुरक्षा अधिकारियों को एक पत्र भेजा जाएगा और उनका सुरक्षा के और पुख्ते इंतजाम करने को कहा जाएगा। यहां आपको बता दें कि सेंट्रल रिजर्व पुलिस फोर्स , नेशनल सिक्योरिटी गार्ड और सेंट्रल इंडस्ट्रियल सिक्योरिटी फोर्स के अलावा राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की पुलिस सहित कई सिक्योरिटी टीमें वीवीआईपी लोगों की सुरक्षा करती हैं, जबकि स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सुरक्षा में तैनात रहता है।

सुरक्षा एजेंसियों को जारी की गई एडवाइजरी

अधिकारी ने बताया कि वीआईपी सिक्योरिटी वाली यूनिट्स और राज्य सरकारों तथा पुलिसबलों को 8 जुलाई को भेजी गई एडवाइजरी में कहा गया कि वीवीआईपी लोगों की सुरक्षा को लेकर सतर्क रहें। एडवाइजरी में साफ-साफ कहा गया है कि सुरक्षा प्राप्त लोगों की पीछे से भी विशेष निगरानी की जाए क्योंकि हमलावर अक्सर पीछे से निशाना बनाते हैं। एडवाइजरी में यह भी कहा गया कि सिक्योरिटी यूनिट्स को उन कार्यक्रमों की खास निगरानी करें जहां पर बड़ी संख्या में वीवीआईपी लोग मौजूद रहते हैं।

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