नई दिल्ली। दुनिया भर में फैल चुके कोरोना महामारी ने अब तक लाखों लोगों की जान ले चुकी है और यह सिलसिला अब भी जारी है। इस बीच केंद्र सरकार के प्रयाश से विशेषज्ञों की टीम ने भारत में कोरोना रोधी टीके विकसित कर ली जो देश को बड़ी राहत वाली खबर थी।

केंद्र सरकार के निर्देश पर देश भर के स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी एवं फ्रंट लाइन वर्करों ने अपनी जान की परवाह किए बगैर युद्धस्तर पर टीकाकरण अभियान चला कर सभी वर्गों को टीके लगाए जिससे लाखों लोगों की जान बच गई। कोरोना महामारी जानलेवा है इसके बावजूद भी बड़ी लापरवाही बरती जा रही है। मिली जानकारी के मुताबिक करीब चार करोड़ लोगों ने कोरोना वैक्सीन की एक भी खुराक नहीं ली है। इनकी लापरवाही देश में कोरोना संक्रमण के रूप में बड़ी मुसीबत कड़ी कर सकती है।


स्वास्थ्य राज्य मंत्री भारती पवार ने लोकसभा को सूचित किया कि 18 जुलाई तक देश में लगभग 4 करोड़ लोग ऐसे हैं जो कोविड-19 टीके के पात्र लाभार्थी हैं लेकिन उन्होंने एक भी खुराक नहीं ली है। पवार ने लोकसभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में कहा कि 18 जुलाई तक सरकारी कोविड टीकाकरण केंद्रों में टीकों की कुल 1,78,38,52,566 खुराक (97.34 प्रतिशत) निशुल्क दी जा चुकी हैं।


उन्होंने अब तक कोविड टीके की एक भी खुराक नहीं लेने वाले लोगों की संख्या और प्रतिशत के सवाल पर कहा, ‘‘18 जुलाई की स्थिति के अनुसार करीब चार करोड़ पात्र लाभार्थियों ने कोविड टीके की एक भी खुराक नहीं ली है।”

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