रायपुर। कहते हैं सफलता एक दिन में नहीं मिलती लेकिन मेहनत करते रहें तो एक दिन अवश्य मिलती है। इस कहावत को चरितार्थ किया दुर्ग के प्रोफेसर डॉ. डी. सी. अग्रवाल ने। लगातार 21 वर्षों की उनकी साधना में उन्हें अमिताभ बच्चन से KBC के सेट पर मिला ही दिया। 19 एवं 21 जुलाई 2022 को अपनी शुटिंग पूरी कर लौटे प्रो.अग्रवाल ने बताया कि वे 8 अगस्त को पहले ही प्रयास में हॉटसीट तक पहुंच गये और पूरे एपिसोड उन्होंने कम्प्यूटर जी के सवाल एवं बच्चन साहब की जिज्ञासाओं का समाधान किया। बच्चन साहब ने प्रो.अग्रवाल की पी.एच-डी. पर चर्चा की और छत्तीसगढ़ की कला एवं संस्कृति पर भी विस्तृत बातचीत की।

यहाँ बताना लाजमी होगा कि प्रो.अग्रवाल अमिताभ बच्चन के बहुत बड़े फैन हैं। 1978 में आई फिल्म मुकद्दर का सिकंदर के रिलीज होने के दौरान रायपुर की राज टॉकीज में इनके साथ एक हादसा हुआ। जिसमें इनके पैसे गुम हो गये और धक्कामुक्की में माथे में चोट भी आई। प्रो.अग्रवाल ने उस समय कसम खाई थी कि इस फिल्म को उस समय तक नहीं देखेंगे जब तक इस फिल्म के नायक उनके साथ बैठकर इस फिल्म को न देखें।

बच्चन साहब को जब इस हादसे का ज्ञान हुआ तो उन्होंने अग्रवाल साहब के पैसे भी लौटाये और आश्वस्त भी किया कि जल्द ही इस फिल्म को उनके साथ बैठकर देखेंगे। इस घटना की विस्तृत चर्चा उन्होंने शुटिंग से लौटने के तुरंत बाद अपने ब्लॉग में भी की।

8 अगस्त के एपिसोड की शुरूवात बच्चन साहब ने प्रो0 अग्रवाल के मूल नाम का क्या अर्थ है, पुछकर की वहीं 9 अगस्त को इनके एपिसोड की समाप्ति प्रो0 अग्रवाल ने अमिताभ शब्द के क्या अर्थ होते हैं, यह पुछकर की। प्रो.अग्रवाल एक सम्मानजनक राशि के साथ हॉटसीट से लौटे हैं।


प्रोफेसर अग्रवाल के पुत्र प्रसून अग्रवाल और पुत्रवधू अदिति छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय में वकालत करते हैं. शंकर नगर रायपुर के नितिन सिंघवी एवं डॉक्टर श्यामला सिंघवी इनके नजदीकी रिश्तेदार हैं।