रतजगा

महासमुंद। राइस मिलर्स की धोखाधड़ी से परेशान किसानों को न्याय दिलाने के लिए आंदोलन कर रहे किसान नेता प्रशासन से वार्ता नहीं होने पर रात को कलेक्ट्रेट के गेट के सामने दरी बिछाकर सो गए। इस बीच पुलिस ने किसानों को यहां से उठाया और इन्हें मंडी परिसर में ले गई। यहां किसानों के मोबाइल छीन लिए गए और उन्हें नजरबन्द कर दिया गया। अगले दिन दोपहर कलेक्टर के बुलावे पर किसान नेता उनसे मिलने पहुंचे और अपनी मांगों को लेकर चर्चा की।

किसानों से हुई है करोड़ों की धोखाधड़ी

महासमुंद जिले में तीन-चार सालों से अलग-अलग व्यापारियों द्वारा किसानों से लिए गए धान का भुगतान नहीं होने से खासे परेशान हैं। इस वजह से आर्थिक और मानसिक रूप से परेशान कन्हारपुरी के 65 वर्षीय किसान कांतिलाल साहू ने पिछले दिनों कीटनाशक दवाई का सेवन कर आत्महत्या कर ली। दरअसल यहां अनेक राइस मिलर्स ने किसानो से मंडी अधिनियम के तहत करोड़ों का धान ख़रीदा और भुगतान की फर्जी पर्चियां मंडी में जमा करा दी। धोखे का शिकार हुए किसानों की शिकायत पर राइस मिलरों के खिलाफ FIR तो हुआ है मगर कड़ी कार्रवाई नहीं की गई, जिसके चलते किसान न्याय के लिए आज भी भटक रहे हैं।

न्याय के लिए रैली और धरना-प्रदर्शन

एक दिन पहले ही मंगलवार को मृतक किसान कांतिलाल साहू को श्रद्धाजंलि देने और बकाया राशि के भुगतान की मांग को लेकर क्षेत्र के किसान छत्तीसगढ़ किसान मजदूर महासंघ एवं किसान भुगतान संघर्ष समिति महासमुंद के बैनर तले कृषि उपज मंडी समिति महासमुंद प्रांगण में एकजुट हुए और सभा के बाद रैली निकालकर कृषि उपज मंडी, कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक कार्यालय का घेराव किया। यहां वे कलेक्टर के हाथों राज्यपाल, छत्तीसगढ़ शासन रायपुर, संयुक्त सचिव छ ग शासन कृषि विकास एवं किसान कल्याण तथा जैव प्रौद्योगिकी विभाग मंत्रालय रायपुर को ज्ञापन सौंपने गए थे, लेकिन दोनों अधिकारियों के नहीं मिलने से किसान रात को कलेक्ट्रेट के मुख्य गेट के पास रुक गए और यहां दरी बिछाकर सो गए।

इस बीच रात्रि 12 बजे पुलिस यहां पहुंची और जागेश्वर जुगनू चन्द्राकर, तेजराम विद्रोही, पवन चन्द्राकर, तिलकराम साहू, मोतीलाल भोई, अजय साहू, टिकेश्वर प्रधान, मनोरंजन बरिहा, मदन प्रधान, हेमसागर प्रधान को कलेक्ट्रेट गेट से उठाकर मंडी प्रांगण में नजर बंद कर दिया। यहां किसानों से जब्त मोबाइल को कुछ घंटे बाद वापस कर दिया।

कलेक्टर ने वार्ता के लिए भेजा बुलावा

इस मुद्दे पर आज दोपहर कलेक्टर के बुलावे पर 14 तारीख की दोपहर 1 बजे आंदोलनकारी किसानों के सात सदस्यीय प्रतिनिधि मंडल जागेश्वर जुगनू चन्द्राकर, तेजराम विद्रोही, पवन चन्द्राकर, विजय साहू, मोतीलाल भोई, टिकेश्वर प्रधान , दीपचंद के साथ महासमुंद कलेक्टर नीलेश क्षीरसागर, उप पुलिस अधीक्षक आकाश राव गिरिपुंजे की 45 मिनट तक चर्चा हुई और किसानों की सभी मांगो को मान लिया गया है और 15 दिन के भीतर कार्यवाही करने की बात कही गई है।

राइस मिलरों की संपत्ति की जाएगी नीलाम

कलेक्टर नीलेश क्षीरसागर ने आश्वस्त किया है कि मृतक किसान के परिजनों को सप्ताह भर के भीतर आर्थिक मदद कर दी जाएगी। वहीं किसानों के बकाये रकम की वसूली के लिए संबंधित राइस मिलरों की संपत्ति की नीलामी की जाएगी। इसके अलावा पुलिस ने यह आश्वस्त किया है कि किसानों द्वारा की गई शिकायत के बिंदुओं के आधार पर राइस मिलर्स के खिलाफ अलग से जांच की जाएगी और न्यायलय में अतिरिक्त चालान पेश किया जायेगा।

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