1 – खड़े-खड़े पानी पीने वालों का घुटना दुनिया का कोई डॉक्टर ठीक नहीं कर सकता। इसीलिए कहा जाता है कि पानी हमेशा बैठकर ही पीना चाहिए।

2 – तेज पंखे के नीचे या ए.सी में सोने से मोटापा तेजी से बढ़ता है। जितना हो सके प्राकृतिक वातावरण और मौसम के हिसाब से खुद को ढालने की कोशिश करें।

3 – दर्द के 70 प्रतिशत मामलों में एक ग्लास गर्म पानी किसी पेन किलर से भी तेज काम करता है। हर छोटी-छोटी बात पर दवाई लेना सही नहीं है। तुरंत राहत पहुंचाने वाली दवाईयां आगे चलकर आपको किसी परेशानी में डाल सकती हैं।

4 – शर्बत और नारियल पानी सुबह 11 बजे के पहले अमृत है और उसके बाद जहर। नारियल पानी पीने के लिए सुबह का समय सबसे अच्छा होता है।

5 – एल्युमिनियम के बर्तनों का इस्तेमाल कम करें। जब इस बर्तन में खाना पकाया जाता है, तो भोजन में एलुमिनियम के कण शामिल हो जाते हैं। इसलिए एलुमिनियम के बने बर्तन में खाना बनाने या खाने से एलुमिनियम शरीर में चला जाता है। ये सेहत से जुड़ी कई समस्याएं पैदा कर सकता है, जैसे- हाइपर एसिडिटी, पेप्टिक अल्सर, अपच, पेट फूलना और स्किन से जुड़ी कई समस्याएं आदि। खासतौर से एसिडिक फूड से जैसे टमाटर आदि, इसलिए इसका सेहत पर बुरा प्रभाव पड़ता है।

6 – खाने को आप चबाकर खाएं, यह सिर्फ कहने की बात नहीं है, बल्कि हकीकत में ये आपकी सेहत पर असर डालता है। आयुर्वेद में भी कहा गया है कि हमारे मुंह में जितने दांत हैं, उतनी ही बार खाने को चबाना चाहिए।

7 – इंग्लिश स्टाइल वाली टॉयलेट सीट पर बैठने से पेट पूरी तरह साफ नहीं होता और काफी गंदगी अंदर ही रह जाती है। यह कब्ज के साथ मेटाबॉलिज्म कम होने और दूसरी कई बीमारियों की वजह भी बनता है। इंडियन स्टाइल वाली टॉयलेट सीट का इस्तेमाल हमेशा बेहतर रहता है।

8 – देर रात तक हम जागते हैं और फिर कहते हैं कि नींद पूरी नहीं होती। अगर आपको रात को कोई जरूरी काम नहीं है तो देर तक न जागें। रात को देर तक टीवी देखने का मतलब है नींद का न आना और नींद की यह कमी स्मोकिंग जितनी ही खतरनाक होती है।

9 – भागदौड़ भरी जिंदगी में ज्‍यादातर लोग नाश्‍ते को तवज्‍जो नहीं देते। नाश्‍ता न लेने से आप सुस्‍त महसूस करते हैं। इसके साथ ही यह वजन बढ़ने, एनीमिया, ऑस्टियोपोरोसिस, कैल्शियम की कमी, बालों का झड़ना, गैस्ट्रिक, डायबिटीज आदि समस्‍याऔं की वजह भी हो सकता है।

10 – अक्सर लोग अपनी छींक को रोकने की कोशिश करते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि यह आपके लिए कितना घातक हो सकता है? छींक रोकने से कई समस्याएं होने के साथ- साथ आपके शरीर की रक्त धमनियां भी फट सकती हैं। इसलिए छींक को रोकने का प्रयास कभी न करें।