नई दिल्ली। कांग्रेस के पूर्व नेता कपिल सिब्बल ने बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के खिलाफ सीबीआई की कार्रवाई की तीखी आलोचना करते हुए कहा कि यह राजनीतिक अन्याय का एक उदाहरण है। बता दें कि कपिल सिब्बल ने इंसाफ का सिपाही नाम का मंच शुरू किया है, जिसेक कई विपक्षी दलों ने सराहा है। दौरान कपिल सिब्बल ने कहा कि जो समर्थन इंसाफ की सिपाही को मिल रहा है उसका मैं स्वागत करता हूं, अगर यह विपक्ष का मंच बनता है तो मैं इसका समर्थन करूंगा।

बता दें कि इस मंच की शुरुआत दो दिन पहले ही की गई है। इस वेबसाइट की कांग्रेस, आप के मुखिया अरविंद केजरीवाल, सपा के मुखिया अखिलेश यादव, राजद के मुखिया तेजस्वी यादव और शिरोमणि अकाली दल ने सराहना की है। इस मंच के नेताओं ने प्रधानमंत्री मोदी को मनीष सिसोदिया की गिरफ्तारी को लेकर पत्र भी लिखा था। लेकिन इस पत्र में कांग्रेस ने अपना समर्थन नहीं दिया। कांग्रेस ने पत्र पर हस्ताक्षर नहीं किया जबकि बाकी के 8 दलों ने इसपर अपना समर्थन किया था।

कपिल सिब्बल ने कहा कि इंसाफ का विरोध कौन कर सकता है, खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी इसके खिलाफ नहीं जा सकते हैं। वह भी इसमे शामिल हो सकते हैं, देश में जहां भी इंसाफ नहीं हो रहा है, वह इसके लिए आवाज उठा सकते हैं। सिब्बल ने कहा कि यह मंच सामाजिक, राजनीतिक और आर्थिक न्याय के लिए है, जिसका भारतीय संविधान की प्रस्तावना में भी जिक्र नहीं है। क्या यह मंच विपक्ष को एकजुट करने का मंच बन सकता है इसपर सिब्ल ने कहा कि बिल्कुल, इसका मकसद ही यही है।

कबिल सिब्बल ने कहा कि अगर सिर्फ विपक्षी दल इससे जुड़ते हैं तो मैं इसका समर्थन करूंगा। जिस तरह से राबड़ी देवी के खिलाफ सीबीआई की कार्रवाई हुई है उसपर कपिल सिब्बल ने कहा कि इन्हें आखिर क्या मिलेगा, आप जानते हैं कि लालू  प्रसाद  की क्या स्थिति है। उनका अभी ट्रांसप्लांट हुआ है। वह भाषण भी नहीं दे सकते हैं, कहीं जा भी नहीं सकते हैं। आप उनके घर पर छापेमारी कर रहे हैं। आपको पता है कि कुछ नहीं मिलेगा, अगर आप चार्जशीट भी दायर करते हैं तो ट्रायल कब होगा। यह साफ है कि भाजपा यह सब कर रही है। वहां गठबंधन है, आप उनपर दबाव डाल रहे हैं।

जिस तरह से ये लोग सीबीआई और ईडी का इस्तेमाल कुछ राज्यों में कर रहे हैं, हर कोई जानता है कि आखिर क्या हो रहा है। ये लोग आठ सरकारो को गिरा चुके हैं। क्या इस तरह की घटना दुनिया में कहीं हुई है।