मनोरंजन। सच्ची घटनाओं पर आधारित कई सारी फिल्मे बानी हैं। यह फिल्में हमेशा से ही लोगों को अपनी तरफ आकर्षित करती रही हैं। और हॉरर फिल्मो की बात करें तो ऐसी फिल्मे और भी ज्यादा मनोरंजक के साथ साथ डरावनी भी हो जाती हैं। कुछ लोग ऐसे भी हैं जो हॉरर फिल्में देखना पसंद करते हैं और जब वह किसी सच्ची घटना पर आधारित हो तो उनके लिए सोने पर सुहागा से कम नहीं। आज हम अपने इस लेख के माध्यम से ऐसी ही कुछ हॉरर फिल्मों के बारे में बात करेंगे जो सच्ची फिल्मों पर आधारित हैं और जिन्हें देख लोगों के मन में सिरहन पैदा होती है। तो चलिए शुरू करते हैं…

द एक्सोरिस्ट

इस फिल्म के निर्देशक विलियम फ्रिडकिन हैं। हॉरर फिल्म द एक्सोरिस्ट उनमें शामिल है जिन्हें देख दर्शकों के रौंगटे खड़े हो गए। यह फिल्म विलियम पीटर ब्लैटी के इसी नाम से लिखे उपन्यास पर आधारित थी। फिल्म एक ऐसे व्यक्ति पर केंद्रित थी जिसमें आत्मा घर कर जाती है और उसे छुड़ाने के लिए प्रीस्ट पूरे प्रयास करते हैं। फिल्म के कई दृश्य काफी डरावने और वॉयलेंट थे। कई दृश्य ऐसे थे जिसे देख कलेजा बाहर आ जाता।

साइलेंट हाउस

यह फिल्म एक महिला की अलौकिक ताकतों के साथ व्यथित अनुभव की कहानी कहती है। महिला जब अपने घर में फंस जाती है और उसे किस किस परेशानी का सामना करना पड़ता है। इस फिल्म को दृश्यों को इस तरह से फिल्माया गया है कि जिन्हें देख बदन में सिरहन पैदा हो जाती है। ये कहानी उरुग्वे में हुई एक घटना पर आधारित है। फिल्म का निर्देशन युगल जोड़ी क्रिस केंटिस और लारा लाउ ने किया था। अभिनेत्री एलिजाबेथ ओल्सेन की ये डेब्यू फिल्म है।

पैरानार्मल एक्टिविटीज

यह फिल्म साल 2007 में रिलीज हुई थी। जिसे लोगों ने खूब पसंद किया था। पैरानार्मल एक्टिविटीज का निर्देशन ऑरेन पेली ने किया था। ये फिल्म ऐसे कपल के बारे में थी जो अपने घर में कुछ सुपर नेचुरल एक्टिविटीज होता महसूस करता है। बाद में दोनों फैसला करते हैं कि वो इन घटनाओं को अपने कैमरा में कैद करेंगे।

द हिल्स हैव आइज

द हिल्स हैव आइज 1977 की एक अमेरिकी डरावनी फिल्म है, जिसे वेस क्रेवेन द्वारा लिखित, निर्देशित और संपादित किया गया। यह क्लासिक फिल्म रेगिस्तान में छुट्टियां मनाने आए कार्टर परिवार पर होने वाले नरभक्षियों के हमले के बारे में थी। ये फिल्म 15 वीं शताब्दी के सावेनी बीन कबीले के बारे में प्रचलित किवदंती से प्रेरित है।

द ब्लेयर विच प्रोजेक्ट

यह फिल्म एक सच्ची घटना पर आधारित है। साल 1999 में आई इस फिल्म को लोगों ने खूब पसंद किया। फिल्म द ब्लेयर विच प्रोजेक्ट फिल्म में तीन नौजवान फिल्म मेकर्स की कहानी दिखाई गई थी, जो काली पहाड़ी में छिपते हैं लेकिन गायब हो जाते हैं। बाद में इन लड़कों के कुछ वीडियो और साउंड इक्विपमेंट वहां मिलते हैं, जिनके आधार पर पुलिस उनकी खोजबीन करती है। करीब साल भर के बाद इन लड़कों के फुटेज वहां से रिकवर किए जाते हैं।